भारत और इंग्लैंड के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला चेन्नई के चेपक स्टेडियम में खेला जा रहा है। आज यानी सोमवार 8 फरवरी को मुकाबले के चौथा दिन का खेल जारी है। भारतीय टीम ने 257/6 से आगे खेलते हुए पहली पारी में 95.5 ओवर 337 रन पर ढेर हो गई। भारतीय टीम अभी भी इंग्लैंड से 241 रन पीछे है। 241 रन की बढ़त के बाद खबर लिखे जाने तक इंग्लैंड की टीम ने 17 ओवर में 3 विकेट खोकर 64 रन बना लिए हैं। इस वक्त क्रीज पर कप्तान जो रुट और बेन स्टोक्स हैं।
इंग्लैंड की दूसरी पारी
241 रन की बढ़त हासिल करने के बाद दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की टीम को पहला झटका पारी की पहली ही गेंद पर लगा जब रोरी बर्न्स को आर अश्विन ने अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच आउट कराया। दूसरी सफलता भी अश्विन ने दिलाई। उन्होंने डॉम सिब्ले को 16 रन पर पुजारा के हाथों कैच आउट किया। तीसरी सफलता इशांत शर्मा ने भारत को दिलाई। उन्होंने डैनियल लॉरेंस को 18 रन के निजी स्कोर पर lbw आउट किया।
भारत की पहली पारी, सुंदर की फिफ्टी
तीसरे दिन के खेल समाप्त होने तक भारत ने 74 ओवर में 6 विकेट खोकर 257 रन बना लिए थे। वाशिंग्टन सुंदर 33 रन बनाकर और आर अश्विन 8 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं। भारत अभी भी पहली पारी के आधार पर इंग्लैंड के स्कोर से 321 रन पीछे थी। इसके बाद पारी को आगे बढ़ाते हुए वॉशिंग्टन सुंदर ने 82 गेंदों में लगातार दूसरा अर्धशतक पूरा किया।
भारत को सातवां झटका आर अश्विन के रूप में लगा जो 31 रन के निजी स्कोर पर जैक लीच का शिकार बने। दिन का दूसरा विकेट शाहबाज नदीम के रूप में गिरा, जो खाता भी नहीं खोल सके। 9वें विकेट के तौर पर इशांत शर्मा पवेलियन लौटे, जिन्होंने 4 रन बनाए। उनको जेम्स एंडरसन ने अपना शिकार बनाया। आखिरी विकेट जसप्रीत बुमराह के रूप में गिरा, जो बिना खाता खोले एंडरसन का शिकार हुए। स्टोक्स ने बुमराह का शानदार कैच पकड़ा। वहीं, वॉशिंग्टन सुंदर 84 रन बनाकर नाबाद लौटे।
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के बड़े स्कोर के आगे मुश्किल में टीम इंडिया फंसी हुई है। मेजबान टीम के छह खिलाड़ी आउट हो चुके हैं और टीम फॉलो-ऑन बचाने के लिए संघर्ष कर रही है। अब सारा दारोमदार वाशिंगटन सुंदर और रविचंद्रन अश्विन पर है। जिस पिच पर इंग्लैंड ने 578 रन का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया, उसी पिच पर भारतीय बल्लेबाज सस्ते में आउट हो गए। पुजारा और पंत के अलावा किसी का बल्ला नहीं चला। गेंदबाजों के बाद बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन टीम मैनेजमेंट के लिए चिंता का विषय है।