बिलासपुर। न्यायधानी बिलासपुर में एक मासूम की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। ग्राम पचपेड़ी सरपंच के 9 वर्षीय भतीजे के अपहरण और हत्या के मामले में उस बच्चे का होने वाला जीजा ही आरोपी निकला है। इसकी साजिश भी हत्यारे ने खुद रची थी, जिसका खुलासा हो चुका है। इस मामले में और भी चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
दरअसल मासूम की हत्या करने वाले ओम नायक की शादी पचपेड़ी सरपंच के बड़े भाई की बेटी से तय हुई थी। बताया जा रहा है कि इन दोनों के बीच प्रेम संबंध था, जिसकी जानकारी दोनों पक्षों को हो गई थी और वे उन्हें शादी के बंधन में बांधना चाहते थे। इसके विपरीत हत्या का आरोपी ओम अपनी प्रेमिका से शादी नहीं करना चाहता था।
तय शादी को टालने के लिए उसने युवती के 9 साल के छोटे भाई प्रियांशु को अगवा कर हत्या करने की साजिश रची। उसने मौका देखकर अपने मंसूबे को पूरा कर लिया और प्रियांशु की हत्या के बाद, उसकी लाश को कन्या छात्रावास में दफन कर आया। इसके बाद वह खामोशी से परिवार वालों के बीच शामिल हो गया।
नजर नहीं आने पर शुरू हुई खोजबीन
पचपेड़ी निवासी पुनीतराम नायक गांव के सरपंच के बड़े भाई हैं। उनकी 15 साल की बेटी की रविवार को गांव में रह रहे सूरजपुर जिले के युवक ओम नायक 19 वर्ष से सगाई थी। इसकी तैयारी चल रही थी। काफी देर तक प्रियांशु नजर नहीं आया तो उसकेे पिता ने खोजबीन शुरू की। ओम ने बताया कि वह उसके साथ बंधवापारा तालाब में था। करीब 11.45 बजे वहां बाइक सवार नकाबपोश दो युवक आए। उन्होंने प्रियांशु को बुलाया और गाड़ी में बैठाकर साथ ले गए। प्रियांशु के पिता ने पचपेड़ी थाने में आकर अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। आईजी रतनलाल डांगी सूचना मिलते ही पचपेड़ी पहुंच गए थे। पुलिस को ओम नायक के बयान पर संदेह था।
इसलिए गहराया शक
आईजी रतनलाल डांगी के अनुसार बच्चे का अपहरण होता तो उसके पीछे अपहर्ताओं की मंशा होती पर इस केस में ऐसा नहीं था। इसलिए पुलिस सभी संभावनाओं पर जांच की। ओम ने पुलिस को बताया था कि बाइक सवार प्रियांशु को बंधवापारा तालाब से भरारी की ओर लेकर गए हैं। पुलिस की एक टीम उस दिशा में जाकर आसपास के ग्रामीणों से पूछताछ की पर कोई सुराग नहीं मिला। इसी तरह ओम नायक के अलावा गांव में किसी ने भी बच्चे को बाइक सवारों के साथ जाते नहीं देखा था। इसलिए ओम नायक से कड़ाई से पूछताछ की गई तो मामला सामने आ गया।
इधर, हत्यारोपी के घर वालों ने कहा
एसपी प्रशांत अग्रवाल के अनुसार ओम नायक पिछले एक माह से पचपेड़ी में है। यहां आने के बाद उसने सगाई तय कर डाली। बच्चे के संबंध में उसके बयान पर संदेह होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। सूरजपुर में युवक के घरवालों से फोन पर बातचीत की तो पता चला कि उन्हें ओम की सगाई के बारे में नहीं पता है और न ही वे वहां आने वाले थे। जबकि ओम ने कहा था कि उसके घरवाले सगाई करने आने वाले हैं और इधर प्रियांश के घर तैयारी चल रही थी। इससे पुलिस का ओम पर संदेह गहरा गया। पुलिस को लग रहा था कि वह जरूर झूठ बोल रहा है। इसके बाद उससे कड़ाई बरती गई और वह टूट गया।