बिलासपुर। मुंगेली वन विभाग में पदस्थ रेंजर सीआर नेताम के खिलाफ निलंबन आदेश जारी कर दिया गया है। बिलासपुर सीसीएफ नावेद शुजाउद्दीन ने इस बात की पुष्टि की है। दरअसल, रेंजर नेताम ने दो कथित पत्रकारों के खिलाफ ब्लैकमेलिंग कर रुपए ऐंठने और 90 लाख की वसूली का मामला दर्ज कराया था। इस मामले में ब्लैकमेलर वर्षा तिवारी और परमवीर मरहास को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कर दिया गया है।
इस पूरे मामले में कथित पत्रकारों से ब्लैकमेल होने वाले और उनकी डिमांड पूरी करने वाले रेंजर सीआर नेताम खुद भी आर्थिक अपराध के मामले में सामने आ गए हैं। ग्रेंड न्यूज ने घटना के खुलासे के दूसरे ही दिन यह सवाल उठाया था कि आखिर रेंजर ब्लैकमेल क्यों हो रहे हैं, उनके पास कथित पत्रकारों की डिमांड पूरी करने के लिए 90 लाख रुपए आखिर आए कहां से ? यदि उन्होंने कोई अनियमितता नहीं की होती, तो संभव था कि जो केस उन्होंने 90 लाख रुपए देने के बाद दर्ज कराया, उसे पहले ही करा लेते।
RELATED NEWS : CORRUPTION : फाॅरेस्ट रेंजर ईमानदार… तो क्यों सेटलमेंट के लिए हुए राजी… सवाल-दर-सवाल
बहरहाल रेंजर नेताम अब खुद ही जांच के दायरे में आ चुके हैं। सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक विभागीय उच्च अधिकारियों ने सीआर नेताम की पूरी कुंडली भी खंगालनी शुरू कर दी है। वे जिन इलाको में पदस्थ थे, वहां की आर्थिक अनियमितााओं की जांच भी शुरू कर दी गयी है।