गरियाबंद। जिले के एक निजी अस्पताल में गर्भवती महिला के प्रसव के दौरान मां-बेटे की मौत हो गयी है। एक प्रतिष्ठित अख़बार के मुताबिक उसके पति ने कर्जा लेकर अस्पताल का बिल चुकाया है। इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने जानकारी नहीं होने की बात कही है, जबकि डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस सरकार से पूछते हुए कहा है – कहां है यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम?
क्या है मामला ?
अख़बार के मुताबिक मैनपुर से महज 18 किलोमीटर दूर घने जंगलों के अंदर बसे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के गोद ग्राम कुल्हाडीघाट में विशेष पिछड़ी जनजाति कमार आदिवासी निवास करते हैं। कांग्रेस की पोस्टर लेडी के नाम से मशहूर बल्दीबाई को पूरा प्रदेश जानता है। बल्दी बाई की नाती और बच्चे का प्रसव के दौरान कल रात अभनपुर के एक निजी अस्पताल में मौत हो गई।
परिजनों के मुताबिक स्वास्थ्य योजना का लाभ लेने के लिए उन्होंने अस्पताल में राशनकार्ड जैसे जरूरी दस्तावेज जमा किए थे। मगर उसके बाद भी उन्हें आयुष्मान योजना का लाभ नहीं मिल पाया। परिजनों को तकरीबन 12 घंटे लाश के साथ अस्पताल में गुजारना पड़ा। मंगलवार को दोपहर 12 बजे परिजनों ने कर्ज लेकर रकम का इंतजाम किया और अस्पताल में इलाज का बिल जमा कराया। तब कहीं जाकर परिजन शव लेकर अपने घर कुल्हाड़ीघाट पहुंचे।
डॉ. रमन ने दागे सवाल
इस पूरे मामले के सामने आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कहा है आपके कुप्रबंधन ने एक माँ और उसके बच्चे की जान ले ली। कहां है यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम? कहां है खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना? कांग्रेस के चुनावी वादों और खोखली योजनाओं से आज पूरा छत्तीसगढ़ पछता रहा है। जागिये मुख्यमंत्री जी, जिम्मेदारी निभाइये!
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा –
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, इस मामले की जानकारी हमें अभी नहीं मिली है,लेकिन हम ये देखेंगे किये लोग जिस निजी अस्पताल में गए थे वह सरकारी योजना के तहत इलाज के लिए इमपैनल्ड है या नहीं। अगर इमपैनल्ड होने के बाद भी इलाज नहीं किया तो उसके खिलाफ जांच की जाएगी। बड़ी परेशानी इस बात की है कि लोग अफवाह फैला रहे हैं कि छत्तीसगढ़ में आयुष्मान योजना के तहत इलाज नहीं हो रहा है। प्रदेश में खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना के तहत लोगों को इलाज की सुविधा नियमानुसार दी जा रही है।