दंतेवाड़ा। जिले के चिकपाल और टेटम कैंप में नक्सलियों ने जल्द बड़े हमले की तैयारी की बात कही है। नक्सलियों का कहना है कि वे मुरकीनार और रानी बोदली जैसी घटनाएं होगी। नक्सलियों ने मंगलवार को परचा जारी कर कहा है कि लोन वर्राटू अभियान के तहत 100 से ज्यादा सरेंडर नक्सलियों के हत्या करने की भी घोषणा की है।
कटेकल्याण एरिया कमेटी की परचे में लिखा है कि नक्सली संगठन ने समर्पण करने वाले 12 नक्सलियों ने मौत उतार दिया है। नक्सलियों ने जारी परचे में कहा है कि समाधान योजना और ऑपरेशन प्रहार को हराएंगे। लोगों से अपील की है कि मोदी का नया भारत नहीं, बल्कि नवजनवादी भारत बनाने के लिए संघर्ष करें। इसके अलावा नक्सलियों ने भूमकाल दिवस पर ग्रामीणों से 111वीं वर्षगांठ मनाने की अपील की है।
इससे पहले बीजापुर में मंगलवार को नक्सलियों की दक्षिण सब जोनल ब्यूरो ने एक प्रेस नोट जारी कर पिछले एक साल में हुए विभिन्न मुठभेड़ों में 2 असिस्टेंड कमांडेंट समेत 14 जवानों को मारने का दावा किया था।
इतना ही नक्सलियों ने इस प्रेस नोट में कहा है कि बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिले में पिछले एक साल में मुठभेड़, बीमारी और दुर्घटनाओं में दो ACM, एक PCCM और एक प्लाटून सदस्य समेत 43 नक्सलियों की मौत की भी जानकारी दी है।
नक्सलियों ने प्रेस नोट के माध्यम से बताया कि जवानों के लिए लगाए गए बूबी ट्रेप में फंसकर एक महिला नक्सली की भी मौत हो चुकी है।
नक्सलियों के इस परचे पर बस्तर आईजी पी. सुन्दरराज ने कहा है कि पहले जो परचे सामने आये है, उसे लेकर जांच किया जाएगा। वह अथेंटिक है या नहीं, जहाँ तक कैंप को निशाना बनाने के बात है तो वे क्षेत्र की विकास के लिए खोले जा रहे कैंप से घबराए हुए है और ग्रामीणों के अंदर भय बनाने के लिए ये परचे फेंक रहे है। नक्सली मान चुके है कि वे अपने अस्तित्व की समाप्ति के अंतिम समय में हैं।