राज्यसभा से तीन दिन पहले सेवानिवृत्त हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के भाजपा में जाने की चर्चा इन दिनों जोरों पर है। राज्यसभा में उनके सेवानिवृत्त होने के दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस अंदाज में उन्हें विदाई दी, जो भावुकता पीएम मोदी ने प्रकट की और फिर अपने संबोधन में गुलाब नबी आजाद में जिस भावुक अंदाज को प्रदर्शित किया, उसके बाद सियासी गलियारों में चर्चा स्वाभाविक भी है।
राज्यसभा में उन्हें विदाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आंसू छलक आए थे। मोदी ने कहा था कि गुलाम नबी आजाद जैसा दूसरा नेता कांग्रेस को नहीं मिलेगा। आजाद के साथ बिताए वक्त को याद करते हुए मोदी कई बार भावुक हुए थे। बाद में गुलाम नबी ने भी जब उच्च सदन में अपनी बात रखी तो उनकी आंखें भी नम हुईं। फिर अटकलों का दौर शुरू हुआ कि कहीं आजाद कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने तो नहीं जा रहे।
इन अटकलों का जवाब खुद गुलाम नबी आजाद ने दिया है। एक इंटरव्यू में आजाद ने कहा कि वे उस दिन बीजेपी जॉइन कर लेंगे जब कश्मीर में काली बर्फ गिरेगी। आजाद ने कहा, “बीजेपी ही क्यों… कश्मीर में जब काली बर्फ गिरेगी तो किसी और पार्टी को भी जॉइन कर लूंगा। जो लोग ऐसा कहते हैं या ऐसी अफवाहें फैलाते हैं, वे मुझे नहीं जानते या फिर नहीं समझते।