मां और बच्चे का संबंध कौन नहीं जानता । अपनी जान से बढ़कर मां अपने बच्चों को प्यार करती है। लेकिन सीहोर में एक मां से उसके दूधमुंहे बच्चे को अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही ने छीन लिया। आज से डेढ़ महीने पहले स्वदेश नगर की विनोद और सरिता के यहां लड़के के जन्म लिया। परिवार में खुशियां छाई हुई थी।
इसी दौरान बच्चे को टीका लगाने की तारीख पास आ गई। सरिता अपने जिगर के टुकड़े को जिला अस्पताल लेकर पहुंची जहां पर बच्चे का टीकाकरण किया जाना था। बच्चे को नर्स टीका लगाने के लिए कोरोना गाइडलाइन के कारण अकेले ही बूथ में लेकर गई । थोड़ी देर बाद नर्स वापस लौटी और वो खबर सरिता को सुनाई जिससे उसके सिर पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। नर्स के मुताबिक सरिता का बच्चा अब इस दुनिया में नहीं है। बच्चे की मौत की खबर सुनते ही परिवार वालों ने अस्पताल में हंगामा मचा दिया। जहां एक तरफ परिवार बच्चे की मौत के लिए अस्पताल के स्टाफ को जिम्मेदार ठहरा रहा है वहीं दूसरी तरफ अस्पताल स्टाफ का कहना है कि बच्चे को उसकी मां ने ज्यादा दूध पिला दिया था।जिससे उसके फेफड़ों में वो जम गया। सांस लेने में दिक्कत हुई और बच्चे ने दम तोड़ दिया। फिलहाल हंगामे के बीच पुलिस में मामला दर्ज हो गया है और परिजन अस्पताल समेत पूरे स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।