*बेरला*:- इन दिनों सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ प्रदेश के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी विशाल मानस गान सम्मेलन का शानदार आयोजन ग्राम वासियो के द्वारा किया जा रहा हैं।जिसके अंतर्गत ग्राम चंडी (बेरला) में भी सोमवर को मानस सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें दोपहर दो बजे के पश्चात् मानस मंच पर भव्य कवि सम्मेलन प्रारम्भ हुआ। सर्वप्रथम कार्यक्रम की शुरुआत माँ शारदे की तैल चित्र पर पूजा अर्चना के साथ ही लोकगायक एवं कवि-दिलीप टिकरिहा छत्तीसगढ़िहा के द्वारा माँ शारदे की वंदना गायन के माध्यम से हुई।तातपश्चात् ग़ुलाल एवं पुष्प गुच्छ से विभिन्न स्थानों से आमंत्रित कवियों का स्वागत कर उनके परिचय के साथ मंचीय कार्यक्रम को गति प्रदान की गयी | कवियों की और से प्रथम प्रस्तुति के रूप में लिमतरा निवासी ओमप्रकाश टिकरिहा ने हास्य रस से अपनी रचना का प्रारम्भ कर विर रस में समापन कर लोगों में देश प्रेम की भावना को जागृत किया।बेमेतरा जिले के प्रसिद्ध युवा कवियों में से एक ग्राम तोरण के निवासी श्री हरीश पटेल हर जिन्होंने अपनी बेहतरीन काव्य पाठ ओज की रचना से प्रारम्भ कर आल्हा भी पढ़ा।जिससे की समस्त ग्रामीण श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए।जिसके पश्चात कार्यक्रम के संयोजक के कवि श्री रामहृदय वर्मा जी ने अपनी अद्भुत हास्य रस की कविताओं के माध्यम से लोगों को हसने पर मजबूर कर दिया।इसी बढ़ते क्रम में भिम्भौरी निवासी ओज कवि कमलेश वर्मा ने नारियों के सम्मान में अपनी रचना प्रस्तुत की और नारी सम्मान के विषय को जीवन चरितार्थ करने का संदेश दिया। जिसके पश्चात् गीतों का दौर चला जिसमें अहिवारा से पधारे हिरेन्द्र मिश्रा जी ने आगामी फागुन पर श्रृंगार गीत का पाठ किया साथ ही पिरदा निवासी दिलीप टिकरिहा जी ने भी छत्तीसगढ़ महतारी की वंदना गीत की प्रस्तुति कर सम्पूर्ण प्रदेश का बखान किया।बेरला के ही ग्राम बोहरडीह से पधारे युवा कवि- विकास कश्यप ने अपनी रचनाओं के माध्यम से वर्तमान सियासी परिवेश पर अपनी व्यंग्य विधा का पाठ कर तंज कसा जिसे श्रोताओं का बखूबी समर्थन प्राप्त हुआ। कार्यक्रम में अंतिम प्रस्तुति के रूप में सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ के जाने माने कवि श्री ईश्वर साहू आरुग छत्तीसगढ़ी भाषा के बेहतरीन ओज मंच संचालक जिन्होंने ने अपनी कविता का पाठ आए दिन हो रहे नक्सली हमले के विरोध में किया साथ ही लोगों को इस तथ्य से अवगत कराया की कवि एवं समस्त साहित्यकार जो अपने आसपास दखते हैं। उसे ही अपनी रचनाओं के माध्यम से पाठकों तथा श्रोताओं के मध्य प्रस्तुत करते हैं।कार्यक्रम के अद्वितीय संचालक ईश्वर साहू आरुग जी रहे जिन्होंने मंच संचालक के रूप में भी लोगों के हृदय पर अपना अमिट छाप छोड़ दिया।अन्त में सभी कवियों को शॉल श्रीफल भेंट कर संध्या कालीन की पावन बेला के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।उक्त कार्यक्रम के आयोजक श्री विष्णु वर्मा एवं कवि श्री राम हृदय वर्मा जी रहे।