(बिना पर्याप्त व्यवस्था के कृषि-जलसंसाधन मंत्री जी के क्षेत्र में चल रहा करोड़ो रूपये का पुल निर्माण कार्य)
देवकर लोकनिर्माण विभाग के तहत सेतु निर्माण सम्भाग राजनांदगांव के अंतर्गत नगर पंचायत देवकर में भारी भरकम की लागत से पुल का निर्माण कार्य प्रगति पर है।जिसमे निर्माण कार्य प्रारम्भ होने से लेकर अबतक लगातार लापरवाहीपूर्वक कार्य का नज़ारा देखने को मिल रहा है।आलम यह है कि यह कार्य अधिकारियों की मौजूदगी में भी होने लगा है।जिस पर जिम्मेदार मौन साधकर अपने विभाग की इतिश्री करते हुए औपचारिकता निभा रहे है।
उल्लेखनीय है कि ज़िले के नगर पंचायत देवकर में सुरही नदी कई दशक पुराने पुल की उपयोगिता व मज़बूती की स्थिति को देखकर पीडब्ल्यूडी के तहत सेतु निर्माण सम्भाग द्वारा 18/06/2020 को एक साल में पूरा करने के अनुबंध के तहत करीब 1553.35 लाख(जिसमे 90170400 रुपये का ठेका राशि) रुपये की लागत से करीब 135 मीटर लम्बा पुल निर्माण कार्यादेश जारी हुआ है।जिसमे आज आठ महीने बीत जाने के बावजूद कार्य अधूरा व व्यवस्थाविहीन नज़र आ रहा है।वही निर्माण की बात की जाए तो निर्माण के बाद सीमेंट से पिलर को रंगकर अपनी कमजोरियों छिपाने का प्रयास किया जा रहा है।
निर्माण सम्बन्धी नीति-नियम व मापदण्ड हाशिये पर
दरअसल जब से निर्माण कार्य आरम्भ हुआ है तब से लापरवाही का कई नज़ारा देखने को मिला है।लॉक डाउन हटने के बाद भी कोरोना गाइडलाइंस को ताक में रखकर काम किये जाने की सूचना आयी तो वही सीमेंट जैसे धूलधुसरित काम करने वाले श्रमिकों के चेहरों से फेस मास्क नदारद मिले।इसके अलावा निर्माण कार्य करने वालो के पास पर्याप्त हेलमेट सहित सुरक्षा कवच भी नही दिखा।इसके अलावा निर्माण स्थल पर पर्याप्त रूप में स्थायी घेराबंदी भी नही हुई थी, जिसे समय समय मज़दूरों से बन्धवा देखे गए।वही दलदल को हटवाने व फूटे पाइपलाइन को मरम्मत की भी व्यवस्था नही हो पाई है।जो कि विभागीय अफसरों की कार्यशैली को दिखाता है।देखा जाए तो करोड़ो के निर्माण काम में लापरवाहीपूर्वक काम किया जा रहा है,जिसका तकाज़ा आम नागरिकों को चुकाना पड़ रहा है।
निर्माण स्थल व परिवर्तित मार्ग कीचड़ व दलदल सरोबार,हादसे को अमन्त्रणा
गौरतलब हो कि बीते वर्ष कार्य शुरू होने के पश्चात नगर की ट्रैफिक व्यवस्था ठीक तरह से डायवर्ट नही हुई थी, जिसके चलते निकट क्षेत्र में अनजाने में एक सड़क हादसा में तीन लोगों को दर्दनाक रूप से जान गवाना पड़ा था।वही वर्तमान में जो डायवर्ट रुट और निर्माण स्थल है,वहां कई खामी होने के चलते हरदम हादसे हो रहे है,जिसमे जिम्मेदार अफसर चुप्पी साधकर यातायात अव्यवस्था को बढ़ावा दे रहे है।वही अभी निर्माण स्थल पर नगर पंचायत के नलपाइप फट जाने से पूरे इलाके में पानी-कीचड़ व दलदली हो गया है जो दुर्घटना को बढ़ावा दे रहा है।बावजूद इसमें जिम्मेदार अधिकारियों एवं ठेकेदार के कानों में जु तक नही रेंग रहा है।विगत हो कि देवकर नगर पंचायत विधानसभा साजा क्षेत्र का इलाका है जहां के विधायक प्रदेश में कैबिनेट मंत्री के रूप कृषि व जलसंसाधन विभाग का जिम्मा सम्भालते है।जो कि विभागीय अधिकारी अपनी लापरवाहीपूर्वक कार्यशैली से मंत्री जी की भी परवाह नही कर रहे है।जो कि बड़ा गम्भीर विषय है।
निर्माण कार्य मे चल रही देरी बन सकती है मुसीबत
चूंकि देवकर स्थित सुरही नदी पर निर्माणाधीन पुल का काम करीब आठ महीने पूर्व से चल रहा है परंतु उप-अभियंता सहित जिम्मेदार जनों की लापरवाहीपूर्वक काम से अभीतक नगर पंचायत के अंतर्गत स्थित नल पाइपलाइन को हटाया गया है और न ही निर्माणाधीन स्थल पर प्रभावितों के आवासों को हटवाने की व्यवस्था हो पाई है।जो कि अपने आप मे बड़ी लापरवाही माना जा रहा है।क्योंकि समय से पूर्व कार्य न होने से पुल निर्माण के कार्य मे देरी हो रही है, जो जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही को उजागर करती है।
अंगद की पैर की तर्ज पर दशकों से जमे उप-अभियंता
सूत्रों के मिली जानकारी के मुताबिक सेतु निर्माण विभाग सम्भाग दुर्ग के सब इंजीनियर एलके सिन्हा जी दशकों से एक ही पद व क्षेत्र पर बैठे हुए है।जबकि जानकारों की माने तो नियमतः एक प्रशासनिक सेवाकर्मी को एक ही कार्यक्षेत्र में अधिकतम तीन साल तक सेवा देने का प्रावधान है।परंतु सब इंजीनियर सिन्हा जी अपने प्रभाव से अंगद की पैर की तरह क्षेत्र में जमे रहकर शासकीय सिस्टम व नियम व्यवस्था की अवहेलना कर रहे है। जिसके कारण तरह-तरह की चर्चा चल रही है।कार्य विभाग से जुड़े लोगों ने बताया कि वर्तमान में सब इंजीनियर एल के.सिन्हा जी समय पर निर्माण स्थल पर मौजूद नही रहते है।वही निर्माण के उनके कार्य मे रुचि न रहने की जानकारी मिल रही है, जो कि अपने आप मे गम्भीर बात है।
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“दरअसल मैं निर्माण सम्बन्धित किसी भी तरह की पक्ष या वर्शन के लिए प्रशासन की ओर से आधिकृत नही हूँ।कृपया आप अनुविभागीय अधिकारी या फिर ई साहब से ले ले।”
०एल के सिन्हा०
(सब इंजीनियर/उप अभियंता-सेतु निर्माण सम्भाग)
“मैं इस सम्बंध में पक्ष देने के लिए अधिकृत नही हूँ,आप इस सम्बंध में कार्यपालन अभियंता/ ई साहब से बात करे।”
०आर पी सराफ०
(एसडीओ-पीडब्ल्यूडी सेतु सम्भाग राजनांदगांव)
“चूंकि वर्तमान में मेरा ट्रांसफर हो गया है तो मैं इस कार्य से हट चुका हूं।मुझे पता नही मेरे नाम व पद को पट्टिका में अभीतक रखा गया है।मैं नही बता सकता।”
डी के माहेश्वरी
(कार्यपालन अभियंता-पीडब्ल्यूडी सेतु निर्माण सम्भाग राजनांदगांव)
दरअसल देवकर में निर्माण काम चल रहा है।इस दौरान अगर वहां लापरवाही की बाते सामने आती है तो इस सम्बंध में उप-अभियंता एलके सिन्हा जी ही बताएंगे।
०अशोक कुमार मित्तल०
ठेकेदार-देवकर पुल निर्माण कार्य