सरकार के आदेशों के बावजूद स्कूलों में फीस को लेकर अब भी पालकों के साथ ही छात्र-छात्राओं पर दबाव बनाने का सिलसिला जारी है। जिसकी वजह से पालकों के साथ छात्र-छात्राएं भी मानसिक प्रताड़ना के शिकार हो रहे हैं। ऐसा ही एक मामला हैदराबाद से आया है, जहां फीस नहीं जमा करने की वजह से छात्रा को इस कदर जलील किया गया, कि उसने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया।
मिली जानकारी के मुताबिक फीस न भरने की वजह से एक छात्रा के स्कूल में प्रवेश पर ही रोक लगा दिया गया। इससे आहत छात्रा ने अपनी जीवनलीला ही समाप्त कर ली। रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने कहा कि कक्षा दस में पढ़ने वाली छात्रा ने अपने ही घर में फांसी लगाकर जान दे दी। दिहाड़ी मजदूरी करने वाले उसके माता-पिता के ऊपर स्कूल का करीब 37 हजार फीस बकाया था, जिनमें से उन्होंने कुछ चुकता कर दिया था।
मृितका छात्रा के पिता हरिप्रसाद ने कहा, ’लॉकडाउन के कारण आमदनी में कमी के बावजूद हमने करीब 15 हजार रुपए का भुगतान कर दिया था। जबकि मैंने स्कूल को बताया था कि बाकि बचे पैसों का भुगतान 20 तारीख तक कर देंगे।’ उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन लड़की पर फीस देने का दबाव डाल रहा था।
उन्होंने कहा, ’मेरी बेटी कल स्कूल नहीं जाना चाहती थी। उसने मुझसे कहा था कि मैं शिक्षक से कह दूं कि वह अस्पताल गई है। क्योंकि वह टीचर का सामना नहीं करना चाहती थी। शिक्षक फोन करके फीस का भुगतान करने के लिए दबाव डाल रहे थे।’ वहीं, बच्ची की मां ने कहा कि स्कूल की फीस ने उनकी बच्ची की जान ली है।
बताया जा रहा है कि लड़की को कथित तौर पर स्कूल के अधिकारियों द्वारा प्रवेश से वंचित किया गया था और कथित तौर पर उसे बाकी बचे शुल्क का भुगतान करने के लिए कहा गया। यह भी कहा गया कि जब तक फीस जमा नहीं हो जाता तब तक वह क्लास में नहीं बैठ सकती। पुलिस ने बताया कि स्कूल मैनेजमेंट के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि मृतक बच्ची के पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। मामले की जांच चल रही है।