रोहतक। रोहतक के जाट कालेज के अखाड़े में पांच लोगों की नृशंस हत्या करने के आरोपित कुश्ती कोच सुखवेंद्र को शनिवार देर शाम दिल्ली पुलिस ने समयपुर बादली से गिरफ्तार कर लिया है। बाहरी उत्तरी जिले के डीसीपी राजीव रंजन सिंह ने आरोपित की गिरफ्तारी की पुष्टि कर दी है। उन्होंने हरियाणा पुलिस के सहयोग से आरोपित को पकड़ने की बात कही है।
पुलिस ने रखा था एक लाख रुपये का इनाम हत्याकांड को अंजाम देने के बाद फरार चल रहे आरोपित कोच पर पुलिस ने शनिवार सुबह एक लाख का इनाम घोषित किया था। आरोपित को पकड़ने के लिए थाना पुलिस और सीआईए के अलावा एसटीएफ की टीम भी लगा दी गई थी। एसपी राहुल शर्मा ने शनिवार को पीजीआई थाने में प्रेसवार्ता कर इस पूरे मामले की जानकारी दी। उधर, पीजीआई में पांचाें मृतकों का पोस्टमार्टम किया गया। एसपी राहुल शर्मा ने पीजीआई पहुंच कर पीड़ितों को सुरक्षा का आश्वासन दिया था।
बात के बहाने बुलाकर की मुख्य कोच की हत्या अभियुक्त सुखवेंद्र मोर सोनीपत के बरोदा का रहने वाला था। सोनीपत के ही सरगथल गांव निवासी 35 वर्षीय मनोज मलिक जाट कॉलेज के अखाड़े में हेड कोच थे। मनोज की पत्नी साक्षी रेलवे में क्लर्क थी। मनोज अपनी पत्नी और तीन वर्षीय बच्चे सरताज के साथ देव कालोनी में रहते थे। राेजाना की तरह शाम को वह पत्नी और बच्चों के साथ जाट कालेज के ट्रैक पर गए थे। सुखवेंद्र अखाड़े के ऊपर वाली मंजिल पर रहता था। उसने मनोज और उसके परिवार को रात साढ़े नौ बजे अपने कमरे में बुलाया और ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। मनोज को तीन गोलियां लगी और उसकी पत्नी व बच्चे को भी एक-एक गाेली लगी।
गोली की आवाज सुनकर खिलाड़ी दौड़े तो की अंधाधुंध फायरिंग मनोज और उसकी पत्नी को गोली मारने के बाद सुखवेंद्र ने कमरे में ताला लगाया और चाबी लेकर वहां से निकल गया। गोली की आवाज सुनकर अखाड़े में नीचे बैठे अन्य कोच और खिलाड़ी ऊपर की तरफ दाैड़े, तभी अभियुक्त ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी और निकल भागा। घायलों को अस्पताल ले जाया गया। लेकिन मनोज मलिक की पत्नी साक्षी, उत्तर प्रदेश के मथुरा की रहने वाली पहलवान पूजा और रोहतक के गांव मोखरा निवासी कोच प्रदीप की मौत हो चुकी थी। कोच मनोज और झज्जर के गांव मांडौठी निवासी कोच सतीश दलाल को एक निजी अस्पताल ले जाया गया लेकिन उनकी भी मौत हो गई थी।