नई दिल्ली/हिसार। क्रिकेटर युवराज सिंह के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है। पिछले साल दलित समाज के लिए की गई अभद्र व अपमानजनक टिप्पणी के मामले में उनके खिलाफ हरियाणा पुलिस ने संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है। वकील एवं नेशनल अलायंस और दलित ह्यूमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन की शिकायत पर पुलिस ने करीब 8 महीने के बाद यह एफआईआर दर्ज की है।
युवराज सिंह के खिलाफ हिसार के थाना हांसी शहर में रविवार को केस दर्ज किया गया। युवराज के विरुद्ध पुलिस ने आईपीसी की धारा 153, 153 A, 295, 505 के अलावा एससी/एसटी एक्ट की धारा 3 {1) (r) तथा 3(1)(s) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
दरअसल, बीते साल जून माह में युवराज सिंह भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के साथ लाइव वेब चैट कर रहे थे तभी उन्होंने जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल किया था। इंस्टाग्राम पर लाइव चैट में युवराज और रोहित बात कर रहे थे। इस दौरान युवराज ने कहा कि कुलदीप भी ऑनलाइन आ गया। उधर से रोहित शर्मा बोलते हैं कि कुलदीप ऑनलाइन है, ये सब ऑनलाइन हैं, ये सब ऐसे ही बैठे हुए हैं… इतने में युवराज सिंह बोलते हैं कि ये भंगी लोगों को कोई काम नहीं है यूज़ी को. यूज़ी को देखा क्या फोटो डाला है अपनी फैमिली के साथ। मैंने उसको यही बोला कि अपने बाप को नचा रहा है, तू पागल तो नहीं है @#$%… यह सुनकर युवराज सिंह हंस देते हैं।
युवराज सिंह द्वारा गेंदबाज युजवेंद्र चहल को जातिसूचक शब्द कह दिए जाने के बाद उन्हें नाराजगी का सामना करना पड़ा था। लोगों की नाराजगी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर (Twitter) पर बकायदा #युवराज_सिंह_माफी_मांगो टॉप ट्रेंड में रहा। इसके बाद युवराज को माफी तक मांगनी पड़ी थी।
इसी बीच वकील कलसन द्वारा युवराज के खिलाफ हरियाणा के हांसी के पुलिस अधीक्षक के समक्ष शिकायत दायर कर मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की गई थी। एसपी की तरफ से आगे की कार्रवाई के लिए शिकायत को थाना शहर हांसी भेज दिया गया था, लेकिन पुलिस की ओर से लंबे समय तक कोई कार्रवाई न किए जाने के बाद वकील कलसन ने अदालत का रुख किया था और युवराज के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग अदालत से की गई थी। अदालत की सख्ती के बाद हरियाणा पुलिस ने आखिरकार युवराज के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।