गुवाहाटी। आजादी के समय से दो धाराएं चल रही हैं, एक तरफ अंग्रेज थे, जिन्होंने फूट डालो राज करो की नीति चलाई. दूसरी तरफ महात्मा गांधी के नेतृत्व में देश को जोड़ने को काम किया, आज जोड़ने वाली ताकत का नेतृत्व राहुल गांधी कर रहे हैं. तो दूसरी ओर तोड़ने वाली ताकत का नेतृत्व भाजपा पार्टी के नेता नरेंद्र मोदी कर रहे हैं. यह बात यह बात छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने असम के शिवसागर में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कही.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में आयोजन चुनावी सभा में भारी संख्या में जुटे लोगों को संबोधित करते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा कहती है कि कांग्रेस ने 70 साल में कुछ नहीं किया तो मैं पूछना चाहता हूं कि रेलवे स्टेशन जो भाजपा बेच रही हैं उसको क्या तुम्हारे दादा ने बनाया था, ये एयरपोर्ट बेच रहे हो नाना ने बनाया था, ये जो आइल कंपनी बेच रहे हो क्या तुम्हारे काका के दहेज में आया था, जिसको तुम बेच रहे हो. 70 साल में कांग्रेस ने देश को जोड़ने का काम किया.
भाजपा जुमलो की पार्टी है. चुनाव सामने है तो 3 हजार रुपए डाल रहे हैं. भाजपा लूटना जानती है. 5 साल पहले कहा कि 351 रुपये देंगे. मिल रहा है? ब्रम्हपुर के दोनों किनारों पर एक्सप्रेस बनाने बोला था. बना? सीमा पर नाकाबंदी की? 5 साल ठगने का काम किया. राम राम जपना पराया माल अपना. राहुल गांधी ने धान का 2500 रुपए देने, जमीन वापस करने का वादा, कर्ज़ माफी का वादा और 10 दिन में ऋण माफी करने को कहा था. राहुल के दिल्ली पहुचने से पहले 19 लाख लोगों का कर्ज हमने माफ किया.
छत्तीसगढ़ में किसानों को धान का 2500 रुपए क्विटंल दिए जाने पर केंद्र के लगाए जा रहे अड़ंगे का जिक्र करते हुए कहा कि न्याय योजना हमने लागू की. राहुल ने कहा था तो हमने प्रति एकड़ 10 हजार दिए. गोबर बेचकर लोग पैसे कमाते हैं. राहुल वो देता हैं जिनपर असम देश, विश्वास करता है. हमने राहुल गांधी की न्याय योजना लागू की.
भूपेश बघेल के बाद राहुल गांधी ने अपने उद्बोधन की शुरुआत जय असम के नारे के साथ शुरू की. उन्होंने असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई को याद करते हुए कहा कि जब असम आता था उनसे बात करता था. असम में जो बाहर से आता है, उसके लिए असम काम्प्लेक्स प्रदेश है. अलग-अलग धर्म, अलग जात, भाषाएं. जब मैं आता था, तब हर विजिट पर गोगोई ज्ञान देते थे. मेरी जानकारी असम के बारे में बढ़ाते थे. मुझे हर बार लगता था सीखकर गया.
गोगोई ने बताया कि पब्लिक मीटिंग में जाते थे तब पता नहीं था वापस आएंगे. तब भी कांग्रेस के नेता रिस्क लेकर जाते थे. उस टीम ने असम को जोड़ने का काम किया. उस टीम ने धीरे-धीरे ये काम किया. उसी तूफान से तरुण गोगोई तैयार हुए. जो पुरस्कार असम के सिपाही तरुण गोगोई को दिया गया, उस की पूरी ज़िंदगी असम के लिए दे दी. उसी लिस्ट में पीएम आफिस के ब्यूरोक्रेट का नाम था. मुझे दुख हुआ भारत सरकार तरुण गोगोई और इस प्रदेश का अपमान किया.
तरुण गोगोई को राहुल ने गुरु कहते हुए कहा कि मैंने असम को जोड़ने की बात की. पूरे असम को एकसाथ लाकर बातचीत करके किया गया. असम अकॉर्ड के सिद्धांत को मैं और सभी नेता रक्षा करेंगे, और एक इंच उससे पीछे नहीं हटेंगे. अवैध घुसपैठ का मसला है, लेकिन असम की जनता में वो क्षमाता है कि मिलकर बातचीत करके उसका समाधान कर सकता है. लेकिन ये बंट गया तो असम और हिंदुस्तान के नुकसान होगा. ये नरेंद्र मोदी या भाजपा का नुकसान नहीं होगा. जितनी आपको देश की ज़रूरत है, उतनी ही देश को अपनी जरूरत है.
राहुल गांधी ने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाये सीएए नहीं होगा. हम दो हमारे दो अच्छी तरह सुन लो ये नहीं होगा. असम देश का खूबसूरत गुलदस्ता है. राहुल गांधी ने 167 रुपए दिखाते हुए कहा कि यह चाय बागान के कर्मचारियों को मिलता है. फिर उन्होंने 200 रुपए का नोट दिखाते हुए कहा कि कांग्रेस 365 रुपये हर चाय बागान के कर्मचारी की जेब में डालेगी. पैसे कहाँ से आएंगे. गुजरात के व्यापारियों से. उन्होंने कहा कि वो आपसे छीन रहा है. मजदूर मार जाता है, उनकी सरकार कुछ नहीं करती. 10 रुपए में न बस की टिकट न रेल की टिकट.
राहुल ने फिर तंज कसते हुए कहा कि हम दो हमारे दो बाकी सब मर लो. हमारे दो और जो असम को चला रहे है, और असम से सब लो. उन्होेंने कहा कि पीएम ने भाषण किया किसान के बारे में कुछ बोला. बजट में कुछ नहीं है.न सिस्टम बहुत सरल है. असम को आग लगाओ, असम को बांट दो. एयरपोर्ट किसे मिला. हम दो हमारे दो को मिला है. अभी तो सब लेगा. कुछ नहीं बचेगा. जो आता है, वो चाहते हैं और जानते हैं कि आपको बांट दिया तो जो लेना चाहते हैं ले लेंगे.
राहुल गांधी ने कहा कि असम को दुनिया की कोई ताकत नहीं तोड़ सकती. जो यहां नफरत फैलाएगा, जो अकॉर्ड को तोड़ेगा उसे यहां की जनता और कांग्रेस पार्टी मिलकर सबक सिखाएंगे. रोज़गार छोटे व्यापारी, किसान पैदा करते है. बड़े उद्योगपति नहीं करते. युवाओं के सामने सबसे बड़ा मुद्दा रोज़गार. बीजेपी रहेगी तो युवाओं को रोज़गार नहीं मिल सकता. इसका कारण है. रोज़गार की ऋण की हड्डी पर मोदी ने आक्रमण किया है। किसानों के घर से मज़दूरों की जेब से पैसे निकले।
उन्होंने कहा कि जीएसटी से फायदा हुआ? नहीं हुआ. पूरा देश चिल्ला रहा है. गरीबों से पैसे छीने और हम दो. कृषि बिल के जरिए भारत का सबसे बड़ा बिज़नेस 80 लाख करोड़ का बिज़नेस दो लोगों को पकड़ाने जा रहे हैं. मोदी 24 घंटे इस रीढ़ पर आक्रमण करते हैं. कांग्रेस गरीब और मज़दूरों की पार्टी. हम धर्म हर जात को काम. युवाओं के लिए असम में रोज़गार लाएंगे