भारत और इंग्लैंड के बीच 4 टेस्ट की सीरीज का दूसरा मैच चेन्नई के चेपक स्टेडियम में खेला जा रहा है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने पहली पारी में 329 रन बनाए। इसके जवाब में इंग्लैंड ने 16 रन पर 2 विकेट गंवा दिए। फिलहाल, डैन लॉरेंस और जो रूट क्रीज पर हैं।
इंग्लैंड टीम की पहली पारी में शुरुआत खराब रही। पहले ही ओवर में पहला विकेट गंवा दिया। तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने ओपनर रोरी बर्न्स को LBW किया। इंग्लिश बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल सके। इसके बाद स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने डॉम सिबली (16) को आउट किया। विराट कोहली ने उनका कैच लिया।
इंडिया ने दूसरे दिन आखिरी 4 विकेट गंवाकर 29 रन बनाए
दूसरे दिन टीम इंडिया ने 6 विकेट पर 300 रन से आगे खेलना शुरू किया था। टीम सिर्फ 29 रन ही बना सकी। दिन के दूसरे ओवर में ही टीम ने 2 विकेट गंवा दिए। मोइन अली ने अक्षर पटेल और इशांत शर्मा को पवेलियन भेजा। इसके बाद 96वें ओवर में ओली स्टोन ने कुलदीप यादव और मोहम्मद सिराज को आउट कर टीम इंडिया को रोक दिया।
मोइन अली ने 4 विकेट लिए
टीम इंडिया के लिए अब तक रोहित शर्मा ने सबसे ज्यादा 161 और अजिंक्य रहाणे ने 67 रन की पारी खेली। ऋषभ पंत 77 बॉल पर 58 रन बनाकर नाबाद रहे। इंग्लैंड के मोइन अली ने 4 और ओली स्टोन ने 3 विकेट लिए। जैक लीच को 2, जबकि जो रूट को 1 विकेट मिला।
पंत की लगातार चौथे टेस्ट में फिफ्टी
भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने लगातार चौथे टेस्ट में फिफ्टी लगाई है। सीरीज के पहले टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने 91 रन की पारी खेली थी। इससे पहले उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन में 89 और सिडनी में 97 रन बनाए थे।
पहली पारी में बने 3 बड़े रिकॉर्ड्स
- इंग्लैंड टीम ने पहली पारी में एक भी एक्स्ट्रा रन नहीं दिया। टेस्ट इतिहास का एक पारी में यह (329 रन) सबसे बड़ा स्कोर है, जिसमें कोई भी एक्स्ट्रा रन नहीं आया। यह रिकॉर्ड इंग्लैंड के नाम हो गया है। इससे पहले 1955 के लाहौर टेस्ट में पाकिस्तान ने 238 रन का स्कोर बनाया था, जिसमें टीम इंडिया ने कोई एक्स्ट्रा रन नहीं दिया था।
- भारतीय जमीन पर तीसरी बार दोनों टीम ने पहली पारी में शून्य पर पहला विकेट खोया है। इससे पहले 1988 में वेस्टइंडीज और 1987 में पाकिस्तान के खिलाफ ऐसा हुआ था।
- इशांत शर्मा टेस्ट करियर के शुरुआती 100 टेस्ट में सबसे ज्यादा शून्य पर आउट होने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। वे इस दौरान 32 बार खाता नहीं खोल सके हैं। इस मामले में न्यूजीलैंड के क्रिस मार्टिन टॉप पर हैं। वे 36 बार शून्य पर आउट हुए। वहीं, कर्टनी वॉल्श 29, ग्लेन मैक्ग्रा 28, मुथैया मुरलीधरन 26 और शेन वॉर्न 25 बार शून्य पर आउट हुए हैं।
कोहली-गिल खाता नहीं खोल सके
मैच में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया था। टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और मैच के दूसरे ओवर में ही शून्य पर पहला विकेट गंवा दिया। ओपनर शुभमन गिल को तेज गेंदबाज ऑली स्टोन ने LBW किया। इसके बाद चेतेश्वर पुजारा 21 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें लीच ने बेन स्टोक्स के हाथों कैच कराया।
रोहित और पुजारा के बीच दूसरे विकेट के लिए 85 रन की पार्टनरशिप हुई। भारत ने लगातार दो ओवर में 2 विकेट गंवाए। 21वें ओवर में पुजारा और 22वें ओवर में कोहली आउट हुए। कोहली को पहली बार किसी स्पिनर ने शून्य पर आउट किया। उन्हें मोइन ने क्लीन बोल्ड किया।
कोहली 11वीं बार शून्य पर आउट हुए
कोहली कुल 11वीं बार शून्य पर आउट हुए। वे भारत में पहली बार लगातार 2 इनिंग्स में क्लीन बोल्ड हुए। पहले टेस्ट की दूसरी पारी में स्टोक्स ने कोहली को 72 रन पर बोल्ड किया था। कोहली ने भारत में 63 पारियां खेली हैं। इसमें वे कुल 4 बार बोल्ड हुए हैं।
रोहित-रहाणे के बीच 162 रन की पार्टनरशिप
टीम इंडिया ने 86 रन पर 3 विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद रोहित और अजिंक्य रहाणे ने पारी को संभाला। दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 162 रन की पार्टनरशिप हुई। इस दौरान रहाणे ने टेस्ट करियर की 23वीं फिफ्टी लगाई।
चेन्नई में रोहित का पहला शतक
रोहित ने भी टेस्ट करियर की 7वीं सेंचुरी लगाई। उनका पिछले 9 मैच में यह चौथा शतक रहा। रोहित ने पिछली सेंचुरी अक्टूबर, 2019 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ रांची में लगाई थी। रोहित ने करियर की सातों सेंचुरी भारत में ही लगाई हैं। चेन्नई में उनका यह पहला शतक रहा।
रोहित ने चौथी बार टेस्ट में 150+ रन बनाए। इससे पहले उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2013 में एक बार (177 रन) और साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2019 में दो बार (176 और 212 रन) यह मुकाम हासिल किया था।