रायपुर। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान दिलाने का झांसा देकर लोगों से धोखाधडी करने वाले नायक दंपत्ति और उनके दो साथियों के खिलाफ नगर निगम ने कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराया है। मामला उजागर होने के बाद सभी गायब हो गए हैं। पुलिस ने फिलहाल धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया।
जांच के बाद धाराएं बढाई जा सकती हैं और अन्य आरोपियों के भी शामिल होने की स्थिति में उनके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की जाएगी। रविवार को दोपहर पीड़ित परिवार भी आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचे। वहीं शाम को निगम अफसरों ने भी कोतवाली थाने मंे मुख्य आरोपी सुनील नायक, पत्नी प्रीति नायक तथा उनके दो सहयोगी रवि राव और अजय कुमार के खिलाफ धोेखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस इस मामले में भी जांच करेगी और आरोपियों की गिरफ्तारी होगी। एक आरोपी रवि राव को देर रात गिरफ्तार कर लिया गया है।
रायपुर में इस तरह बीएसयूपी के मकान फर्जी तरीके से बेचने का यह दूसरा मामला है। करीब पांच साल पहले भी भाठागांव में भी करीब 110 लोगों से बीएसयूपी के मकान बेचने के लिए सवा-सवा लाख रुपए लेकर धोखाधड़ी की गई थी। ताजा मामला दलदल सिवनी, सड्ढू और मोवा में बने बीएसयूपी के मकान दिलाने के नाम पर अवंति विहार, कविता नगर और आसपास के इलाके के करीब 100 से ज्यादा परिवारों से ठगी की गई है। धोखाधड़ी करने वालों ने निगम की फर्जी रसीद और आबंटन पत्र बनाकर लोगों को दिए और उसके आधार पर उनके अलग-अलग किश्तों में सवा लाख रुपए वसूल लिए। जब मकान देने के बारी आई तो वे टालमटोल करने लगे। लोगों को इसका पता लगा और निगम में भी शिकायत पहुंची तो बड़ा फर्जीवाड़ा फूटा। इस मामले में फिलहाल करीब 100 लोग सामने आए हैं।