जिंदगी और मौत ऊपर वाले के हाथ में है, हम सब यहां सिर्फ कठपुतली हैं… कब, कौन, किस वक्त उठ जाएगा… यह कोई नहीं जानता। दो राय नहीं कि यह एक कड़वी सच्चाई है, लेकिन बहुत सारे मामले ऐसे भी होते हैं, जिसे देखकर मन नहीं मानता कि यह ईश्वर की इच्छा मात्र का परिणाम है। ऐसा ही एक मामला जबलपुर के कठौंदा में सामने आया है, जहां पर एक डेढ़ साल की मासूम को आवारा कुत्तों ने नोंच खाया।
बताया जा रहा है कि जबलपुर के कठौंदा में अपने घर के बाहर भाई के साथ खेल रही डेढ़ साल की दीपाली को आवारा कुत्तों ने नोंच डाला। घर में काम कर रही मां ने बच्ची की चीख सुनी तो दौड़कर आई, तब तक दीपाली लहूलुहान हो चुकी थी। तत्काल उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन दीपाली जिंदगी की लड़ाई हार गई। बच्ची की मौत के बाद मासूम के माता-पिता सरकारी तंत्र को लेकर नाराज हैं। इसकी वजह यह है कि कठौंदा में मृत पशुओं का चमड़ा उतारा जाता है और इसी वजह से यहां के कुत्ते हिंसक हो गए है।
शुक्रवार को घायल हुई बच्ची का शनिवार को डॉक्टरों ने ऑपरेशन भी किया, लेकिन रविवार को उसकी हालत बिगड़ी और उसने दम तोड़ दिया। बच्ची के नाराज माता-पिता ने आरोप लगाया कि नगर निगम शहर भर के कुत्तों को लाकर कठौंदा में छोड़ रहा है। जानकारी के अनुसार कठौंदा निवासी सुशील श्रीवास्तव मजदूरी करते हैं। वह शुक्रवार सुबह काम पर चले गए थे। घर पर पत्नी वर्षा श्रीवास्तव और उसके दोनों बच्चे तीन साल का बेटा विवेक और डेढ़ साल की बेटी दीपाली उर्फ गुड़िया थे। माढ़ोताल पुलिस के मुताबिक वर्षा घर के काम में लगी थी। घर के सामने दोनों बच्चे खेल रहे थे, तभी कुत्तों का झुंड मासूम पर टूट पड़े।
बताया जा रहा है कि पांच-छह की संख्या में कुत्तों ने मासूम दीपाली पर हमला कर दिया। मासूम चीखती रही और कुत्ते उसे नोंचते रहे। चीख सुनकर मां वर्षा दौड़ कर बाहर आई और कुत्तों को भगाया। तब तक कुत्ते मासूम को बुरी तरह से नोंच चुके थे। वर्षा ने पति सुशील को खबर दी। काम छोड़कर वह घर पहुंचा और बेटी को लेकर मेडिकल पहुंचा। वहां दो दिन तक उसका इलाज होता रहा। शनिवार को उसका ऑपरेशन भी हुआ। खून भी चढ़ाया गया, लेकिन मासूम को बचाया नहीं जा सका। आज पीएम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द किया गया। पिता सुशील श्रीवास्तव ने बेटी को तिलवारा घाट पर अंतिम विदाई दी। सुशील ने बताया कि उसकी दो संतानों में एक बेटा व बेटी थी। आर्थिक तंगी के बावजूद परिवार खुश था, लेकिन इस हृदय विदारक घटना ने परिवार को तोड़ कर रख दिया है।