बेमेतरा जिले के साजा। नगर में संचालित शौर्य डिफेंस अकादमी परिवार ने पुलवामा के शहीदों को अश्रुपूर्ण श्रदाजंलि अर्पित करने के लिए नगर के गौरव स्थान जय स्तंभ चौक में दीप प्रज्ज्वलित कर पुलवामा के शहीदों को याद किया और आज के दिन को काला दिवस के रूप में याद करने के लिए आम जनता और युवाओं को प्रेरित किया। शौर्य डिफेंस अकादमी के संचालक पूर्व सैनिक प्रदीप कुमार वर्मा और पूर्व सैनिक दिनेश सिन्हा ने कहा कि यदि आतंकवादी इतने दमदार है तो पीठ पीछे क्यों हमला करते हैं यदि आतंकवादी अपने मां का दूध पियें हैं तो आमने सामने की लड़ाई लडे़ फिर देखते हैं कि किसमें कितना दम है और यदि इसका उदाहरण देखना चाहते हो तो 1962,1965, 1971और 1999 को याद कर लो और यदि ये सब भूल गए हो तो ऊरी का मुँहतोड़ जवाब तो तुम्हारे जहन में नासुर बन ही गया होगा। और तुम इस तरह कायरता पूर्ण कार्य करके क्या संदेश देना चाहते हो कि आतंकवादी कायरता का दूसरा नाम हैं वास्तविकता यही है कि आतंकवादी संगठन कायरता का दूसरा नाम है आज के इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शौर्य डिफेंस अकादमी के सभी प्रशिक्षार्थी शामिल होकर यह बता दिया कि भारत के वीर सपूतों की कमी नही है तुम जो भी कायरतापूर्ण हरकत करोगे उसका मुँहतोड़ जवाब हम देंगे।
शौर्य डिफेंस अकादमी के प्रशिक्षार्थीयों का मुख्य उद्देश्य देश सेवा और उनका मुख्य नारा है “दिल से जान से ” और शौर्य डिफेंस अकादमी इसके लिए पूर्ण रूप से तैयार है।
शौर्य डिफेंस अकादमी परिवार ने पुलवामा शहीदों को दिये भावपूर्ण श्रद्वांजलि
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