सेना भर्ती 2021: आगरा में आयोजित सेना भर्ती में फर्जी दस्तावेजों के साथ पुलिस ने 15 युवकों को गिरफ्तार किया है। इनमें 10 अभ्यर्थी फर्जी निवास प्रमाण पत्र लेकर पहुंचे थे। जबकि पांच युवकों को कोविड-19 की फर्जी रिपोर्ट बनाने के मामले में दबोचा गया है। पकड़े गए युवक बुलंदशहर, गौतमबुद्ध नगर और हापुड़ के रहने वाले हैं।
नेशनल हाईवे स्थित आनंद इंजीनियरिंग कॉलेज में 15 फरवरी से सेना भर्ती रैली का आयोजन किया जा रहा है। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि आठ मार्च तक चलने वाली सेना भर्ती रैली में जिलेवार अभ्यर्थियों को बुलाया जा रहा है। पहले दिन कासगंज जिले के युवकों को बुलाया गया था। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों के युवक कासगंज के फर्जी निवास प्रमाण पत्र लेकर भर्ती रैली में पहुंच गए। पहले से ही सतर्क पुलिस और सेना पुलिस ने फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर भर्ती होने पहुंचे 10 युवकों को दबोच लिया। इनमें से आठ ने शारीरिक परीक्षा दे दी थी। वहीं एक युवक की शारीरिक परीक्षा बाकी थी जबकि एक अभ्यर्थी का भर्ती के लिए पंजीकरण नहीं हो सका था। इनमें से दो अभ्यर्थियों ने फिजिकल पास भी कर लिया था।
एसएसपी ने बताया कि हापुड़, बुलंदशहर और गौतमबुद्ध नगर के दस अभ्यर्थियों सहित 15 को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है। इनमें पांच आरोपित वे हैं जो रुपये लेकर फर्जी निवास प्रमाण पत्र और कोविड जांच रिपोर्ट बनाकर दे रहे थे।
इनकी हुई गिरफ्तार
प्रदीप कुमार, सनी, गौरव, विनीत निवासी-बाबूगढ़, हापुड़
सचिन कुमार निवासी-सेहल, हापुड़
लव कुश चौधरी, निवासी-अनूपशहर, बुलंदशहर
रोहित कुमार निवासी-राणापुरा, स्याना, बुलंदशहर
हितेश कुमार, निवासी-महाकड़ी, बुलंदशहर
जय प्रकाश, निवासी-बीबी नगर, बुलंदशहर
कुलदीप तेवतिया, निवासी-बीरपुरा, गौतमबुद्ध नगर
फर्जी दस्तावेज बनाने वाले अभियुक्त
भर्ती में शामिल होने आये युवकों के फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले गिरोह में चार युवक गांव अरसेना, सिकंदरा के निवासी हैं। पुलिस ने आरोपियों को सम्राट अस्पताल के पास से गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम शिव कुमार (मोहम्मदाबाद, फरुर्खाबाद), सोनू खान, नवीन, फिरोज व मुनीर (गांव अरसेना, सिकंदरा) बताए।
ये हुई बरामदगी
11 कूट रचित आधार कार्ड, दो प्रवेश पत्र, आठ निवास प्रमाण पत्र, छह शपथ पत्र, छह जाति व तीन अविवाहित प्रमाण पत्र, कोविड की कूटरचित रिपोर्ट, दो लैपटॉप, एक कलर प्रिंटर आदि सामान बरामद किया गया।
दस्तावेज छानबीन में फर्जी
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि सेना भर्ती रैली के अधिकारी कर्नल अनिल झन्झारिया डीआईआरआरटीजी, ओआरओ मेरठ से जानकारी की गई। पकड़े गए दसों अभ्यर्थियों के दस्तावेज उन्हें दिखाए गए। उन्होंने जांच के बाद बताया कि अभ्यर्थी लवकुश, हितेश कुमार, सचिन, रोहित कुमार, विनीत, गौरव, सनी, प्रदीप कुमार आर्मी भर्ती में शामिल हुए थे। इनके द्वारा फिजिकल दिया गया था। जय प्रकाश को बेरीबेरी, कासगंज के निवास प्रमाण पत्र के आधार पर आर्मी भर्ती में प्रवेश दिया गया था। इसने फिजिकल नहीं दिया। कुलदीप तेवतिया को 16 फरवरी का समय दिया गया था। एसएसपी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के पास से मिले दस्तावेजों की जांच की गई तो वे फर्जी निकले।
दो हजार में कोविड जांच रिपेार्ट
पुलिस ने फर्जी प्रमाण पत्र बनाने वाले जिन पांच आरोपियों को पकड़ा है, उन्होंने कोविड की नेगेटिव रिपोर्ट देने की दुकान खोल रखी थी। उनके पास पहले से कंप्यूटर में एक नेगेटिव रिपोर्ट सेव थी। वे दो हजार रुपये में उसी में नाम, क्रमांक और तारीख बनाकर रिपोर्ट तैयार कर रहे थे। इसके बदले में दो हजार रुपये ले रहे थे। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए अभ्यर्थियों ने तो पहले ही आवेदन कर रखे थे। अभ्यर्थियों ने इस गैंग से अपने प्रमाण पत्र नहीं बनवाए थे। इस गैंग ने पूर्व में किस-किसको फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर दिए थे। यह कंप्यूटर का डाटा चेक करके पता लगाया जा रहा है। ताकि आने वाले दिनों में वे अभ्यर्थी भर्ती में शामिल हेाने आएं तो उन्हें भी पकड़ा जा सके।