रायपुर। राजधानी रायपुर में पूर्व पार्षद विभार के भतीजे जतिन की हत्या पूर्व नियोजित थी। साथ ही यह भी तय कर लिया गया था कि हत्या के बाद लाश को किस तरह से ठिकाने लगाया जाना है, ताकि इस संगीन अपराध के चंगूल से बचा जा सके। हत्या का यह पूरा प्रपंच महज चंद रुपयों के लिए रचा गया था, जिसकी परतें खुलकर सामने आ रही हैं।
बता दे कि पूर्व पार्षद के भतीजे की हत्या मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पैसे के लेनदेन के चलते उसके दोस्त प्रदीप नायक ने अपने अन्य दोस्त सुजीत तांडी और वेकेंट दिवाकर के साथ मिलकर हत्या की थी। खमतराई थाना प्रभारी संजय पुंढीर ने बताया कि युवक जतिन रॉय की हत्या के मामले में प्रदीप नायक, सुजीत टांडी और वेंकट दिवाकर को गिरफ्तार किया गया है। प्रदीप नायक ने भनपुरी स्थित अपने घर पर जतिन की हत्या की थी। इस दौरान सुजीत भी वहां मौजूद था। जिसके बाद मृतक के शव को ट्रॉली में भरकर खम्हारडीह थाना इलाके में फेंक दिया था।
बताया जा रहा है कि जतिन और प्रदीप दोनों ही आपस में दोस्त है। जतिन को 20 हजार रुपए और प्रदीप को 10 हजार रुपए की जरूरत थी, इसलिए प्रदीप ने बाइक को किसी अन्य व्यक्ति के पास गिरवी रख दिया था। 20 हजार रुपए प्रदीप ने जतिन को दिया था। जतिन ने 5 दिनों में रुपए लौटाने की बात कही थी।
वारदात वाले दिन 9 फरवरी को जतिन शराब लेकर प्रदीप के पास पहुंचा और दोनों ने जमकर शराब पी। इसी बीच पैसों को लेकर बात छिड़ी और विवाद शुरू हो गया। इसी दौरान उसने जतिन का गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। हत्या के मुख्य आरोपी प्रदीप ने घुमने जाने की बात कहकर ट्राली बैग जतिन से ही मंगाया था।