रायपुर। प्राइवेट हॉस्पिटलों का कारनामा अक्सर उजागर होता रहता है। ऐसा ही एक मामला राजधानी रायपुर के उरकुरा स्थित सिद्धि विनायक हॉस्पिटल का सामने आया है। मामला धरसींवा ब्लाक अंतर्गत परसूलीडीह हाउसिंग बोर्ड कालोनी टेकारी का है। कालोनी निवासी संजय श्रीवास ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी के यहाँ शिकायत पत्र देकर माँग किया है। सिद्धि विनायक हॉस्पिटल ने एक छोटी सी चोट को बड़ा बनाकर मोटी रकम नगद में उनसे भी लिया साथ ही साथ आयुष्मान योजना द्वारा भी लंबी रकम ऐंठने की फिराक में था।
मामले का खुलासा तब हुआ जब मरीज संजय श्रीवास की पत्नी उषा श्रीवास ने रायपुर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को एक शिकायती पत्र देकर हॉस्पिटल के ऊपर गंभीर आरोप लगाई है। शिकायती पत्र में उन्होंने आरोप लगाया है। उनके पति का चोट बहुत ही छोटा था जिसे सिद्धि विनायक हॉस्पिटल के डॉक्टर द्वारा मोटी रकम ऐंठने के चक्कर मे चोट को बड़ा बना दिया गया है।इतना ही नहीं।इसके पहले भी एक बच्चे का इलाज करने के नांम पर मोटी रकम लिया गया बच्चे को अपना पैर कटवाना पड़ा।
इन सब से ऐसा प्रतीत होता है कि इतना बड़ा फर्जी कारनामा कैसे हो रहा है।वो भी राजधानी में जहाँ से पूरे प्रदेश की सरकार चलती है। सरकार ऐसे फर्जी मामले में जो जो शामिल हैं।