नियमों के नाम पर वर्दी की धौंस दिखाकर पुलिस ने महाराष्ट्र की चिमूर विधानसभा के विधायक से अभद्रता की। यहां तक कि विधायक सहित पांच को गिरफ्तार भी कर लिया। दरअसल शहर में बजरंग कांटा से लेकर कल्याण सर्किल तक कहीं भी नो एंट्री का कोई बोर्ड नहीं है। इसके बावजूद परिवार व परिचितों के साथ सालासर जा रहे महाराष्ट्र की चिमूर विधानसभा के विधायक कीर्ति कुमार भागड़िया की बस का ट्रैफिक पुलिस ने एसके कॉलेज के पास चालान काटा। जबकि इससे पहले बस को बजरंग कांटा चैराहे के पास रोका जा सकता था। दिलचस्प यह है कि पुलिस के पास ऑनलाइन चालान की भी व्यवस्था है, ऐसे में बस को रोकने की जरूरत नहीं थी।
बस चालक लेखराज ने चालान न काटने की गुहार लगाते हुए कहा कि वह नया है और गलती से नो एंट्री में आ गया। पुलिस ने उसका 500 रुपए का चालान काट दिया। आरोप है कि इसके बाद ट्रैफिककर्मी चालक को एसके गर्ल्स कॉलेज ले गया और लाइसेंस जब्त कर लिया। इधर, 25 मिनट बाद भी जब चालक नहीं लौटा तो विधायक कीर्ति कुमार और उसके पिता पूर्व विधायक मितेश कुमार सहित पांच लोग बस से उतर महिला ट्रैफिककर्मी के पास पहुंचे और चालक के बारे में पूछा।
पूर्व विधायक मितेश का कहना है कि महिला ट्रैफिककर्मी ने पहचान बताने के बाद भी उनसे अभद्रता की। इस पर उसके साथ मौजूद लोग भी गुस्सा हो गए। मितेश का कहना है कि चालान काट दिया था तो ट्रैफिककर्मी ने लाइसेंस क्यों रख लिया। इसके बाद कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और उनके साथ गलत व्यवहार करते हुए थाने ले गई।
इधर, पुलिस का कहना है कि विधायक तथा उसके साथ मौजूद लोगों ने महिला ट्रैफिककर्मी कमला को घेर लिया था। हैड कांस्टेबल गिरधारीलाल से लाइसेंस छीनने का प्रयास किया और मारपीट कर उसकी वर्दी फाड़ दी। उसकी बनियान तक फट गई थी। गिरधारीलाल ने काॅलेज में घुसकर अपनी जान बचाई थी।
इस पर मौके पर हंगामा करते मिले पांच लोग विधायक कीर्ति कुमार तथा उसके पिता मितेश पुत्र गोटूलाल भागड़िया, भाई श्रीकांत तथा अंकित व सुशील कोठारी को शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया। जिनको साढे़ चार घंटे बाद जमानत पर छोड़ दिया।