रायपुर। भिलाई इस्पात संयंत्र और स्वास्थ्य विभाग में नौकरी लगाने का झांसा देकर लाखों का ठगी करने वाले एक आरोपी चंद्रशेखर सेन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ताज्जुब की बात यह है कि आरोपी पिछले 14 साल से एक ही सेमेस्टर में पढ़ाई कर रहा है। खुद बेरोजगार है और दूसरों को नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी की घटना को अंजाम देता है। वहीं दूसरा आरोपी नोहर सोनवानी फरार है। जिसकी तलाश की जा रही है। मामला सिविल लाइन थाना इलाके का है।
आरोपी चंद्रशेखर एमबीबीएस प्रथम वर्ष का छात्र है, जो कि जगदलपुर मेडिकल काॅलेज में वर्ष 2007 से अध्ययनरत है और आज तक एमबीबीएस के प्रथम वर्ष में ही अध्ययनरत है। चंद्रशेखर पीएमटी परीक्षा पेपर लीक मामले में भी संलिप्त था। इसके अलावा जिला गरियाबंद थाना छुरा का निगरानी बदमाश है। आरोपी गरियाबंद के थाना छुरा, थाना फिंगेश्वर, जिला महासमुंद के थाना कोतवाली, थाना पिथौरा, जिला दुर्ग के छावनी, भिलाई और जिला जगदलपुर के कोतवाली में धोखाधड़ी, जुआ एक्ट समेत कुल 9 मामले में जेल जा चुका है। उसके पास से अपराध से संबंधित दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।
जानकारी के अनुसार शदाणी दरबार के पास रहने वाले हरीश रात्रे नाम के युवक की संतोषी नगर निवासी नोहर सोनवानी से मुलाकात हुई थी। भिलाई इस्पात संयंत्र में नौकरी लगा दूंगा बोलने पर 16 नवंबर 2019 को घड़ी चौक के पास हरीश ने नोहर को 3 लाख रुपये नगद दिया था। साथ ही हरीश के दोस्त संजय लहरे ने भी नौकरी के नाम पर राजभवन के पास 3 लाख 20 हजार रुपये नोहर सोनवानी को दिया है। इसके कुछ दिन बाद आरोपी नोहर सोनवानी ने सिविल लाइन स्थित कॉफ़ी हाउस में छुरा गरियाबंद निवासी चंद्रशेखर उर्फ चंदन सेन से प्रार्थी और उसके दोस्त की मुलाकात करवाई।
चंद्रशेखर सेन ने भी स्वास्थ्य विभाग में सहायक ग्रेड 3 के पोस्ट में नौकरी लगा दूंगा बोला। जिसके बाद प्रार्थी हरीश रात्रे और उसके परिचितों ने पैसे दिए। इस तरह भिलाई इस्पात संयंत्र और स्वास्थ्य विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर नोहर सोनवानी और चंद्रशेखर सेन ने करीब आधा दर्जन लोगों से 26 लाख 80 हजार रुपये लिए थे।