कोविड-19 के टीकाकरण में तेजी लाने के निर्देश
सभी के.सी.सी.धारी किसानों को दिया जाएगा 50 किलो वर्मी कम्पोस्ट
कांकेर -कलेक्टर चन्दन कुमार द्वारा आज समय-सीमा की बैठक लेकर भारत माला योजना अंतर्गत रायपुर से विशाखापट्टनम सड़क निर्माण के लिए कांकेर जिले के नरहरपुर विकासखण्ड में भूमि अधिग्रहण तथा राष्ट्रीय राजमार्ग व अन्य सड़क तथा जल संसाधनों के विकास हेतु भूमि अधिग्रहण, गौठानों में गोबर की खरीदी व उससे वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण तथा गौठानों को बहुउदेशीय गतिविधि केन्द्र के रूप में विकसित करने, खरीफ सीजन में धान के बदले अन्य लाभकारी फसलों जैसे दलहन, तिलहन, मक्का की खेती को बढ़ावा देने, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल योजनांतर्गत भानुप्रतापपुर एवं अंतागढ़ में स्कूल खोलने, राजस्व, पंचायत, नगरीय निकाय व पुलिस कर्मियों को कोविड-19 का टीकाकरण इत्यादि गतिविधियों की गहन समीक्षा किया गया। कोविड-19 के टीकाकरण एवं पंजीयन में अपेक्षित प्रगति नहीं होने पर उन्होंने असंतोष व्यक्त करते हुए उक्त कार्य में तेजी लाने के लिए निर्देशित किया है। सभी एसडीएम को इस कार्य की समीक्षा करने के निर्देश भी दिये गये हैं। भारत माला योजनांतर्गत रायपुर से विशाखापट्नम सड़क निर्माण के लिए नरहरपुर तहसील अंतर्गत प्रभावित गांवों में भूमि का सर्वे करने की समीक्षा भी उनके द्वारा की गई। समीक्षा के दौरान तहसीलदार द्वारा बताया गया कि सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया गया तथा एन्ट्री के कार्य किये जा रहे हंै।
कलेक्टर चन्दन कुमार ने जिले के सभी विकासखण्डों में पहले से निर्मित आदर्श गौठान के अलावा पांच-पांच नये आदर्श गौठान विकसित करने के लिए निर्देशित किया है। इन गौठानों में बहुउदेशीय गतिविधियां जैसे मुर्गी पालन, मछली पालन, सब्जी उत्पादन इत्यादि गतिविधियां संचालित की जाएंगी। कलेक्टर द्वारा जिला सहकारी बैंक एवं कृषि विभाग के अधिकारियों को गांवों में किसानों की बैठक लेकर खरीफ सीजन के लिए वर्मी कम्पोस्ट की आवश्यकता का आंकलन करने एवं इच्छुक किसानों की सूची बनाने के लिए निर्देशित किया गया है। समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिले के सभी के.सी.सी. धारी किसानों को शासन द्वारा निर्धारित मूल्य पर 50-50 किलोग्राम वर्मी कम्पोस्ट प्रदाय किया जावेगा। कलेक्टर ने खरीफ सीजन में धान के बदले अन्य लाभकारी फसलों जैसे दलहन, तिलहन, मक्का इत्यादि की खेती को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने नक्सल पीड़ित परिवारों के सर्वे कार्य की समीक्षा भी किया तथा सभी तहसीलदार एवं एसडीएम को इस कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये। तृतीय लिंग समुदाय के लिए सामुदायिक शौचालयों में पृथक से शौचालय तथा जिला मुख्यालय में सामुदायिक भवन चिन्हांकित करने के निर्देश भी दिये गये हैं। कक्षा दसवीं एवं बारहवीं बोर्ड की परीक्षा को दृष्टिगत रखते हुए हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों के शिक्षकों को जाति प्रमाण-पत्र बनाने से संबंधित कार्य से मुक्त रखने के लिए भी उनके द्वारा निर्देशित किया गया है। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. संजय कन्नौजे, वन मण्डलाधिकारी अरविन्द पीएम, आर.सी. मेश्राम, मनीष कश्यप, अपर कलेक्टर सुरेन्द्र प्रसाद वैद्य सहित सभी विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।