छत्तीसगढ़ के महासमुंद में जंगल से निकलकर हाथी अब शहरों तक आ पहुंच रहे हैं। सरायपाली शहर में बुधवार सुबह से मादा हाथी अपने बच्चे के साथ घूम रही है। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम पहुंच गई है। काफी मशक्कत के बावजूद करीब 5 घंटे से भी ज्यादा समय से उन्हें जंगल में भगाया नहीं जा सका है। वहीं हाथियों की मौजदूगी वाले रिहायशी इलाके को सील कर दिया गया है। लोगों से बाहर नहीं निकलने की अपील की जा रही है।
सरायपाली शहर में बुधवार सुबह करीब 5.30 बजे लोगों ने मादा हाथी को अपने बच्चे के साथ घूमते देखा। इस पर उन्होंने वन विभाग को इसकी सूचना दी। तब तक हाथी अन्य जगहों पर पहुंच गए। वन विभाग की टीम पहुंची, लेकिन तब तक शहर में भी भीड़ बढ़नी शुरू हो गई थी। मादा हाथी के साथ बच्चा होने और लोगों की भीड़ को देखते हुए वन विभाग की टीम कोई खतरा नहीं मोल लेना चाहती है। अंदेशा है कि अभी हाथी को खदेड़ा गया तो वह भड़क सकता है।
वन विभाग की टीम अंधेरा होने का कर रही है इंतजार
फिलहाल हाथी रिहायशी इलाके झिलमिला में पहुंच गया है। वन विभाग की टीम ने पूरा इलाका सील कर दिया है और वहां पर निगरानी की जा रही है। रेंजर किशोरी लाल साहू का कहना है कि हम रात का इंतजार कर रहे है। बच्चा साथ होने पर हाथी को खदेड़ा गया तो हादसा हो सकता है। फिलहाल लोगों से अपील की जा रही है घरों से बाहर न निकलें। अंधेरा होने के तक हाथी अपने बच्चे के साथ चला गया तो ठीक है, नहीं तो फिर उसके बाद भगाया जाएगा।
एक दिन पहले तुमगांव शहर में घुसे थे दो दंतैल
महासमुंद में हाथियों के समूह ने डेरा डाल रखा है। वह रिसाली की ओर से आए हैं। मंगलवार सुबह उनमें से दो दंतैल हाथी तुमगांव शहर में घुसे थे। हलांकि सुबह-सुबह का समय होने के कारण वन विभाग की टीम ने दोनों को वहां से खदेड़ दिया। वहीं दूसरी ओर सरायपाली थाना प्रभारी वीणा यादव ने बताया कि एक हाथी और एक बच्चा है रेस्ट हाउस के पीछे तालाब किनारे बैठे हुए हैं। फॉरेस्ट विभाग, पुलिस और राजस्व विभाग की टीम उनकी निगरानी कर रही है।