जिले के पोंड़ी बस्तुआ क्षेत्र के ग्राम खैरी में जंगली हाथियों के हमले से गत रात्रि में दो बच्चों सहित तीन व्यक्तियों की मौत हो गई। इस दुर्घटना में गोरेलाल यादव 50 वर्ष, रामलाल 10 वर्ष तथा रामप्रताप 8 वर्ष की मौत हो गई। मृतकों के स्वजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता मंजूर की गई है। कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने इनके अंतिम संस्कार के लिये पांच-पांच हजार रुपये की सहायता राशि तथा संकटापन्न परिवारों को दस हजार रुपये की अतिरिक्त सहायता मंजूर की गई है। कलेक्टर श्री चौधरी द्वारा खैरी ग्राम पहुंच कर दुर्घटना में मृत व्यक्तियों के स्वजनजनों को सांत्वना दी।
कलेक्टर चौधरी ने कहा कि पूरी घटना की जांच कराई जायेगी। जांच में दोषी पाये जाने वाले अधिकारियों तथा कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। वन विभाग के अधिकारी तथा कर्मचारी हाथियों के मूवमेंट पर कड़ी निगरानी रखें। हाथियों के दल को आबादी क्षेत्र से वनों की ओर ले जाने के प्रयास करें। यदि हाथियों का दल बस्ती की ओर आता है तो ग्रामवासियों को समय रहते सचेत करें जिससे किसी तरह की दुर्घटना न हो सके। हाथियों का आबादी क्षेत्र में प्रवेश रोकने के लिये वन विभाग के अधिकारी कार्ययोजना तैयार करें।
कलेक्टर ने ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि हाथियों द्वारा जिन घरों को नुकसान पहुंचाया गया है उनकी मरम्मत के लिये 90 हजार रुपये की सहायता राशि दी जायेगी। कलेक्टर ने वन विभाग के अधिकारियों को हाथियों के मूवमेंट के संबंध में ग्रामवासियों को लगातार सूचनायें देने के निर्देश दिये हैं।
घटना की जानकारी प्राप्त होते ही अपर कलेक्टर हर्षल पंचोली तथा संयुक्त संचालक संजय टाइगर रिजर्व एए अंसारी के नेतृत्व में राहत एवं बचाव कार्य किया गया। इसके साथ ही मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत आर के शुक्ला, उपखण्ड अधिकारी कुसमी आर के सिन्हा, डीएसपी चुरहट मनोज नामदेव, एसडीओ जया पाण्डेय, एडी सोन घड़ियाल बी पी तिवारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत एस एन द्विवेदी, सहित सम्बंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।