बिलासपुर। इंटरनेट से बैंक का कस्टमर केयर नंबर खोजकर फोन करना डाक्टर को भारी पड़ गया। फर्जी नंबर पर बात करने करने वाले ठग ने ओटीपी पूछकर खाते से 24 हजार स्र्पये निकाल लिए। डाक्टर की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर लिया है।
गीतांजलि सिटी सरकंडा निवासी डा. अजय पांडेय रमणी ट्रीटमेंट सेंटर में काम करते हैं। उन्होंने बैंक से होम लोन लिया है। इसका किस्त हर महीने उनके खाते से कट जाती है। इस महीने किस्त नहीं कटने पर उन्होंने मंगलवार की शाम इंटरनेट से निकालकर बैंक के टोल फ्री नंबर पर बात की। इस दौरान फोन उठाने वाले ने उनसे फोन नंबर, डेबिट कार्ड का नंबर मांगा। इसके बाद मोबाइल पर आए ओटीपी को पूछकर खाते से 24 हजार स्र्पये निकाल लिए। खाते से रकम कटने पर डाक्टर को ठगी की जानकारी हुई। उन्होंने अपना एकाउंट बंद कराने के बाद सिविल लाइन थाने में घटना की शिकायत की है। इस पर पुलिस जुर्म दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
सात लाख इनाम का झांसा देकर 75 हजार की धोखाधड़ी
सात लाख के इनाम का झांसा देकर 75 हजार 449 स्र्पये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पीड़ित की शिकायत पर सिविल लाइन पुलिस जुर्म दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
सिविल लाइन थाना क्षेत्र के 27 खोली विकास नगर निवासी चंचल भट्टाचार्य निजी संस्थान में काम करते हैं। बीते 18 जनवरी को उनके पते पर रजिस्टर्ड पत्र आया। इसमें एक कूपन भेजा गया था। कूपन को स्क्रेच करने पर सात लाख 50 हजार का इनाम निकला।इनाम के लालच में उन्होंेने पत्र में बताए नंबर पर फोन किया। इस पर फोन उठाने वाले ने इनाम पाने के लिए प्रक्रिया पूरी करने को कहा। प्रक्रिया पूछने पर सात हजार पांच सौ स्र्पये की मांग की गई। इस पर चंचल ने स्र्पये दे दिए। इसके बाद उनसे अलग-अलग बहाने से 75 हजार 449 स्र्पये ले लिए गए। इसके बाद भी इनाम नहीं मिलने पर उन्होंने मामले की शिकायत सिविल लाइन थाने में की है। इस पर पुलिस जुर्म दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।