नई दिल्ली। कल भारत बंद का ऐलान किया गया है। देश भर में जारी किसान आंदोलन के बीच कल पूरे देश में भारत बंद किया जाएगा। देशभर के 8 करोड़ से अधिक व्यापारी 26 फरवरी को होने वाले भारत बंद में शामिल होंगे।
देश के आठ करोड़ व्यापारियों ने हड़ताल का ऐलान किया है। इसी के साथ ट्रांसपोर्टरों के संगठन ने भी इसी दिन ‘चक्का जाम’ का ऐलान किया है। इस दौरान देश भर में सुबह 6 बजे से लेकर शाम 8 बजे तक चक्का जाम रहेगा। इससे लोगों को परेशानी हो सकती है।
छत्तीसगढ़ में भी पड़ेगा असर
छत्तीसगढ़ में इस बंद को सफल बनाने के लिए कैट ने छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स से भी समर्थन मांगा था। लेकिन चेंबर ने बंद को समर्थन नहीं देने का निर्णय लेते हुए खुद को इस बंद से अलग रखा है। चेंबर के कार्यकारी अध्यक्ष ललीत जैसिंघ ने बताया कि कैट ने दो दिन पहले ही उन्हें चिट्ठी लिखकर समर्थन की मांग की है। लेकिन इतने कम समय में बैठक बुलाना आसान नहीं है।
वहीं कैट के प्रदेश अध्यक्ष अमर परवानी के बताया कि GST विसंगतियों के विरोध में कई व्यापारिक संगठनों ने समर्थन देने का वादा किया है। उन्होंने कहा कि भले ही प्रदेश स्तर पर छत्तीसगढ़ चेंबर ने समर्थन नहीं दिया है।
लेकिन बस्तर, बिलासपुर, कोरबा, कांकेर, महासमुंद, कवर्धा चेम्बर ऑफ कॉमर्स के साथ ही प्रदेश भर के 100 से ज्यादा व्यापारिक संगठनों का समर्थन मिल चुका है। उन्होंने चेंबर के बंद को समर्थन नहीं दिए जाने पर चेंबर के पदाधिकारियों पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।
संपूर्ण रायपुर सराफा बाजार खुला रहेगा
रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू ,पवन अग्रवाल लक्ष्मीनारायण लाहोटी ,प्रहलाद सोनी, अनिल कुचेरिया ने बताया कि आज 26 फरवरी शुक्रवार को संपूर्ण रायपुर सराफा बाजार खुला रहेगा। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सभी व्यापारियों से अपील की है कि व्यवसाय निडर होकर चालू रखें।
देश भर में 1500 जगहों पर धरना
कल देश भर में 1500 जगहों पर व्यापारी संगठनों का धरना होगा। कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और जीएसटी परिषद से माल एवं सेवा कर के कठोर प्रावधानों को समाप्त करने की मांग को लेकर 26 फरवरी को देश भर में 1500 स्थानों पर धरना भी दिया जाएगा। देश भर के सभी बाजार बंद रहेंगे और सभी राज्यों के अलग-अलग शहरों में विरोध स्वरूप धरना का आयोजन किया जाएगा।
देशभर के व्यापारी संगठनों की हड़ताल
इस भारत बंद में देश भर के ट्रांसपोर्ट सेक्टर के अलावा बड़ी संख्या में कई राष्ट्रीय व्यापारिक संगठनों ने भी बंद का समर्थन किया है, जिसमें खास तौर पर ऑल इंडिया एफएमसींज़ी डिस्ट्रिब्युटर्ज़ फेडरेशन, फेडेरेशन ऑफ अलूमिनियीयम यूटेंसिलस मैन्यूफैकचररस एंड ट्रेडर्ज एसोसिएशन, नार्थ इंडिया स्पाईसिस ट्रेडर्स एसोसिएशन, आल इंडिया वूमेंन एंटेरप्रिनियर्स एसोसिएशन, ऑल इंडिया कम्प्यूटर डीलर एसोसीइएशन, आल इंडिया कॉस्मेटिक मनुफक्चरर्स एसोसिएशन आदि संगठन शामिल हैं।
किस मांग को लेकर है भारत बंद?
जीएसटी व्यवस्था को सरल बनाने की मांग को लेकर व्यापारियों के शीर्ष संगठन द कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स(कैट) ने 26 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया है। इसी के साथ सड़क परिवहन क्षेत्र की सर्वोच्च संस्था ऑल इंडिया ट्रांसपोटर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने कैट के समर्थन में इसी दिन ‘चक्का जाम’ का ऐलान किया है। इसकी वजह से 26 फरवरी को सभी व्यावसायिक बाजार बंद रहेंगे।
सुबह 6 से शाम के 8 बजे के बीच ट्रासपोर्ट रहेगा बाधित
सभी राज्य स्तरीय-परिवहन संघों ने भारत सरकार द्वारा पेश किए गए नए ई-वे बिल कानूनों के विरोध में कैट का समर्थन किया है। ट्रांसपोर्ट के कार्यालयों को इस दौरान पूरी तरह बंद रखने की घोषणा की है। किसी भी प्रकार की माल की बुकिंग, डिलीवरी, लदाई/उतराई बंद रहेगी। सभी परिवहन कंपनियों को विरोध के लिए सुबह 6 से शाम के 8 बजे के बीच अपने वाहन पार्क करने के लिए कहा है।
एक जनवरी से प्रभावी होने वाले नए ई वे बिल के नियम से परिवहन और व्यवसायी वर्ग चिंतित है। केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार ई वे बिल की समय सीमा की वैधता घटाई जाएगी। वर्तमान में प्रति 100 किमी तक के लिए वाहन पर लादे गए सामान पर दो दिन के लिए ई वे बिल की समय सीमा है। यह एक जनवरी से मात्र एक दिन की रहेगी।
व्यापारियों ने सरकार से पूरे देश में डीजल की कीमत को एकसमान बनाए जाने की भी मांग की है। कैट का आरोप है कि कई बार कहने के बाद भी जीएसटी परिषद उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है। कैट ने कहा है कि ऐसा लगता है कि जीएसटी परिषद केवल अपने एजेंडा पर ही काम कर रही है और उसे व्यापारियों के समर्थन की कोई आवश्यकता नहीं है।
कैट ने कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखकर जीएसटी की जटिलताओं और ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा किए जा रहे उल्लंघन के बारे में अवगत कराया है। कैट ने कहा कि जीएसटी को आसान बनाना बहुत ही जरूरी है ताकि दूरदराज के इलाकों में छोटे व्यापारी भी बिना किसी के मदद के अनुपालन को पूरा कर सकें।
Millions of traders, transporters and tax professionals supported by over 40,000 organisations have united to make tomorrow’s #BharatBandh & #chakkajaam called by @CAITIndia & @aitwa a grand success, to protest against the complexities, anomalies & draconian provisions in #GST pic.twitter.com/jV9D8zSCYp
— Confederation of All India Traders (CAIT) (@CAITIndia) February 25, 2021