रायपुर। विधानसभा में आज विपक्ष के वाॅक आउट के बाद शुरु हुई सदन की कार्यवाही में विधायक अजय चंद्राकर ने सुपेबेडा में दूषित पेयजल का मुद्दा उठाया। उनका आरोप था कि जल आवर्धन योजना शुरू नहीं हुई है और किडनी के मरीज भी बढ़ रहे हैं। सरकार के प्रति आक्रोश व्याप्त है। घोषणा हुई थी कि एक साल में शुद्ध पेयजल देंगे। लेकिन तमाम वायदे झूठ साबित हो रहे हैं और ग्रामीणों ने राज्यपाल से इच्छा मृत्यु मांगी है।
इस आरोप पर मंत्री रूद्र गुरू का रौद्र रूप सदन में नजर आया। इसका जवाब देते हुए मंत्री रुद्र गुरु ने कहा कि 119 मौतें हुई है लेकिन एक भी मौत दूषित पानी पीने से नही हुई है। यह भी सही नही है कि शुद्ध पेयजल नही दिया जा रहा है साथ ही नई पेयजल लाइन के लिए 1278 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए है। इस पर चंद्राकर ने कहा कि कौन कौन से मंत्री दौरा किये और कितने मंत्री ने घोषणा की थी।
इस पर गुरु ने कहा कि 2 फरवरी 2019 को मैंने और स्वास्थ्य मंत्री ने सुपेबेड़ा का दौरा किया था। मंत्री जवाब देने के लिए खड़े हुए तो धनेंद्र साहू ने कहा कि जवाब आ गया है, इस पर चंद्राकर ने कहा कि अगर प्रस्ताव लंबित है तो योजना कैसे शुरू नही हुई, देरी होने का कारण क्या है। इस पर मंत्री गुरु ने कहा कि आप भी मंत्री रहे हैं, आप इतने साल में क्यों नही पेयजल लाइन सुपेबेड़ा में बिछा सके।
इस पर विपक्ष के विधायक कोई जवाब नही दे सके। विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि दो साल में भी बजट नही मिल सका। योजना पूरी नही हुई। इस पर मंत्री रूद्र गुरु का साथ विधायक मोहन मरकाम ने दिया और भाजपा विधायकों को घेरा। भाजपा नेता अग्रवाल ने कहा कि मंत्री समय सीमा तय करें कि कब योजना पूरी होगी। इस पर मंत्री गुरु ने कहा कि सरकार का कार्यकाल पूरा होने तक योजना पूरी कर लेंगे। इसी विषय पर विधायक नारायण चंदेल और शिवरतन शर्मा ने भी सरकार को घेरा।