रायपुर। आज रीजनल रिसोर्स एंड ट्रेनिंग सेंटर के अंतर्गत सेंटर फॉर स्टडी ऑफ सोशल चार्ज के साथ हेल्पेज इंडिया के तत्वावधान में वेबिनार का आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने शिरकत की इस वेबिनार मीट में उन्होंने छत्तीसगढ़ में कोविड वायरस के शुरुवाती दौर और उससे होने वाले भयावह स्थिति के संबंध में कहा कि हमारे पास शुरुवाती दौर में इस वायरस से लड़ने के लिए न कोई बेहतर विकल्प था न ही उसकी तुलना में कोई पैथ लैब थे, न ही इंफ्रास्ट्रक्चर था, न ही हॉस्पिटल्स थे किंतु आज हम उस वायरस से लड़ने और उस पर काबू पाने की बेहतर स्थिति में है और हमारे वैज्ञानिकों द्वारा कोविड से लड़ने के लिए वैक्सीन बनाया गया जो किसी वरदान से कम नही है किंतु अब भी वैक्सीन लगवाने के पश्चात हमे सामाजिक दूरी, मास्क, सैनेटाज़र का प्रयोग करते रहना है और सतर्क रहना है। छत्तीसगढ़ में पहले दौर के वैक्सीनेशन के पश्चात अब 50 वर्ष या उससे अधिक के आयु के लोगो को वैक्सीन लगाने का कार्य शुरू किया जाना है।
वेबिनार मीट में हेल्पेज इंडिया के महाराष्ट्र एवं गोवा हेड प्रकाश बोरगावकर ने भी अपनी कोविड से जुड़ी चुनौतियों के विषय मे प्रकाश डाला।
इस वेबिनार मीट में छत्तीसगढ़ प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री , हेल्पेज इंडिया महाराष्ट्र एवं गोवा हेड प्रकाश बोरगाओकर, मेडिकल कॉलेज गोवा के एम डी अमित डियास, एम बी बी एस डॉ. प्रकाश खलाप, पूर्व महापौर मुम्बई अधिवक्ता निर्मला सामंत प्रभालकर, हेल्पेज इंडिया छत्तीसगढ़ हेड शुभांकर बिसवास, हेल्पेज इंडिया हेल्पलाइन काउंसलर अमित भौमिक समेत भारत के विभिन्न प्रदेशों के हेल्पेज इंडिया के प्रतिनिधि एवं अनुभवी चिकित्सको ने अपने कोविड से जुड़े अनुभवों को साझा किया।