नई दिल्ली। फांसी की प्रतीक्षा कर रही एक महिला को घातक दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौत हो गई। दरअसल महिला के सामने ही 16 पुरुषों को फांसी पर लटकाया गया और यह देखकर उसकी हालत खराब हो गई और हार्ट अटैक आने से महिला की मौत हो गई। लेकिन क्रूर कानून ऐसा था कि महिला की मौत के बाद भी उसके जिस्म को फांसी पर लटकाया गया और सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद फांसी के फंदे से शव को निकाला गया। यह मामला ईरान का है जहां जहरा इस्माइली को उसके पति अलिर्ज़ा ज़मानी की हत्या का दोषी ठहराया गया था और इसके बाद उसे रजाईशहर जेल में फांसी की सजा दी गई थी।
क्रूर कानून ने मुर्दा जिस्म को भी नहीं छोड़ा
खबर के मुताबिक ईरान की राजधानी तेहरान में पिछले हफ्ते एक साथ 17 लोगों को फांसी की सजा दी गई। फांसी की सजा पाने वालों में 17 पुरुष और एक महिला शामिल थे। महिला को सबसे अंत में फांसी दी जानी थी और उससे पहले 16 लोगों को उसके सामने फांसी दी जानी थी। लेकिन अभी चार ही लोगों को फांसी दी गई थी महिला को हार्ट अटैक आ गया और उसकी मौत हो गई। इसके बाद भी ईरान के क्रूर कानून ने मुर्दा शरीर को नहीं छोड़ा और मुर्दा जिस्म को फांसी पर लटकाया गया फिर कुछ सेकेंड तक लटकार नीचे उतार दिया गया।
महिला का कसूर दो बच्चों की मां को अपने पति की हत्या का दोषी ठहराया गया था। महिला का पति खुफिया मंत्रालय में एक वरिष्ठ अधिकारी थे। महिला के वकील, ओमिद मोरडी ने दावा किया कि उनके पति ने कथित तौर पर महिला और उसकी बेटी दोनों के लिए अपमानजनक व्यवहार किया था और इसके बाद आत्मरक्षा में महिला ने जो कदम उठाया उसमें गलती से पति की मौत हो गई। ईरान के मानवाधिकार निगरानी (HRM) के अनुसार, इस्माइली के मृत्यु प्रमाण पत्र ने उसकी मृत्यु का कारण “कार्डिएक अरेस्ट” बताया गया।