दंतेवाड़ा। नक्सल प्रभावित दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा जिले में कटेकल्याण ब्लाक के सुरनार में पिछले माह भर में 8 बच्चे और 6 ग्रामीणों की मौत होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग नहीं जागा है। सुरनार के 8 बच्चों में 2 की ही मौत की पुष्टि हो पाई है। मेडिकल काॅलेज में 2 बच्चों को निमोनिया होना बताया था बाकी बच्चों की मौत कैसे हुई यह परिजनोंको भी मालूम नहीं है।
मृतक बच्चे के पिता बामन ने बताया सर्दी बुखार के लक्षण के बाद बच्चे की मौत हुई है। 24 जनवरी से अब तक सुरनार के गायतापारा में 4, डडापारा में 2, पटेलपारा में 2 और ओमेलपारा में 4 बच्चों की मौत हुई है। वहीं 6 ग्रामीणों में सोनू, भीमा, बुधराम , बामन , भूरिया की भी मौत हुई है। 6 ग्रामीणों में मरने वालों में 28 वर्ष से लेकर 48 वर्ष के ग्रामीण शामिल हैं। 6 ग्रामीणों मंय 2 की मौत शरीर मे सूजन से होना बताया जा रहा है। जबकि एक की मौत अचानक खेत में काम करने के दौरान होने की बात कही जा रही है।
डेढ़ महीने में गांव में दर्जनों की मौत के बाद सुरनार के लोगों में दहशत का माहौल है। सुरनार में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है। लेकिन यहां नियमित रूप से स्वास्थ्यकर्मी डॉक्टर नहीं पहुंचते हैं। ग्रामीणों ने बताया स्वास्थ्यकर्मी के आने का कोई निश्चित समय भी नहीं है।
सुरनार के सरपंच कृष कुमार ने बताया बच्चों की मौत की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी गई है। सुरनार में शिविर लगाकर जांच करने की मांग की गई है। सरपंच ने बताया डॉ. जगदंबा पंडा को हमने जानकारी दी है।
इधर डॉ. जगदंबा पंडा ने बताया उनकी ड्यूटी कोरोना में जिला अस्पताल में लगी हुई है,। सुरनार से सूचना मिली थी जानकारी जिले के डॉक्टरों को दी गई है सुरनार में जल्द शिविर लगेगा।
सीएचएमओ बीरेंद्र ठाकुर ने बताया सुरनार में बच्चों की मौत कैसे हुई इसकी जांच करवाएंगे साथ ही सुरनार में स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करवाई जाएगी।