रायपुर। राजधानी रायपुर स्थित मंत्रालय में ट्रेजरी में पदस्थ ज्वाइंट डायरेक्टर राजेश श्रीवास्तव आखिर नागपुर क्यों गए थे, जबकि दफ्तर के साथ उनके परिवार के लोगों को इसकी सूचना तक नहीं थी। यह अपने आप में एक रहस्यमयी सवाल बना हुआ है। नागपुर के एक होटल में उनकी लाख संदिग्ध हालत में पाए जाने की खबर के बाद कई सवाल उभर आए हैं, लेकिन जवाब किसी का भी नहीं मिल पाया है। नागपुर के सीताबर्डी इलाके के होटल में उनकी मिली लाश को लेकर जांच शुरू हो गई है, तो राजधानी पुलिस भी अब मामले को खंगालने में लगी हुई है।
राजधानी पुलिस ने इस मामले की जांच मंत्रालय से ही शुरू की है, जहां पर सीसीटीवी में उन्हें मंत्रालय से बाहर की ओर निकलते हुए देखा गया है। अब इस शुरुआत के सहारे पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है।
सीसीटीवी पर जो फुटेज मिला है वह 1 मार्च का है जब जॉइंट डायरेक्टर मंत्रालय से निकलते नजर आ रहे है, शाम तक घर नहीं पहुँच पाने के चलते पत्नी ने गुमशुदगी की सूचना राखी थाना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने दावा किया था कि वे जल्द ही जॉइंट डायरेक्टर महोदय को खोज निकालेंगे। परंतु 3 मार्च को देर शाम नागपुर स्थित सीताबर्डी थाना के पूजा लॉज के रूम न.104 में उनकी संदिग्ध अवस्था में लाश मिली ।
नागपुर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जॉइंट डायरेक्टर 2 मार्च को लॉज में पहुंचे हैं और खुद को रायपुर से मार्केटिंग के लिए आना बताया था। उनके पास सामान के रूप में गले मे 1 सोने की चेन, 1 घड़ी और 1 रेडमी मोबाइल समेत जेब मे नगदी 3 हजार रुपए मिले है। सीताबर्डी थाना ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
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