रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में आज सदन की कार्यवाही के दौरान समय के पालन को लेकर हंगामा मचा। विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने सदस्यों से आग्रह किया कि वे समय का पालन करें ताकि दूसरे सदस्यों को भी अपनी बात कहने का मौका मिले।
दरअसल आज गृह विभाग के मामलों पर जब चर्चा शुरू हुई तो भाजपा की ओर से सबसे पहले विधायक शिवरतन शर्मा ने कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया लेकिन वे 33 मिनट तक बोलते रहे। जबकि विधानसभा अध्यक्ष महंत ने साफ किया कि मैंने आधे घंटे का समय भाजपा के 6 विधायकों के लिए तय किया था, लेकिन अकेले शर्मा जी ही आधे घंटे तक बोलते रहे।
इस पर शर्मा ने कहा कि मैं पहला वक्ता हूँ इसलिए समय लग रहा है। महंत ने पुनः आपत्ति की, उन्होंने कहा कि फिर भी हम सबको समय का पालन करना होगा। आप सभी विद्वान हैं और अपनी बात प्रमुख से रखते हैं अगर एक एक सदस्य आधे आधे घंटे बोलेगा तो सदन कैसे चलेगा। इसके बाद शिवरतन शर्मा के साथ भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल और अजय चंद्राकर भी खड़े हो गए और सदन की व्यवस्था पर सवाल उठाने लगे। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि आप हमारे संरक्षक हैं और हमें आपको समय देना चाहिए।
इस पर महंत ने कहा कि मैंने समय दिया था लेकिन समय का पालन करने की जिम्मेदारी सदस्यों की है। इसके बाद शिवरतन शर्मा नाराज हो गए और उन्होंने कहा कि ठीक है तब विपक्ष की तरफ से कोई भी नहीं बोलेगा। मैंने 30 मिनट तक बोल दिया है।
इसके बाद भाजपा की ओर से कोई भी बोलने के लिए खड़ा नही हुआ। महंत ने थोड़ी देर इंतजार किया और उसके बाद उन्होंने मोहन मरकाम को बोलने की व्यवस्था दी जब मोहन मरकाम बोलने के लिए खड़े हुए तो भाजपा के सभी विधायक सदन छोड़कर बाहर निकल गए। मंत्री शिव डहरिया ने उन्हें टोका कि आप अध्यक्ष जी को भी नही सुनना चाहते..?