स्कूल की व्यस्थाओं को सुचारू रूप से चलाने की जिम्मेदारी प्राचार्य की होती है। वहीं छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के पाली स्थित उमावि में पदस्थ प्रिंसिपल का कारनामे ने लोगों को चैका दिया है। मामला कोरबा के पाली क्षेत्र का है। जहां के प्राचार्य द्वारा शासकिय स्कूल के छात्रों से बाथरूम की साफ-सफाई कराया जाता है।
शिकायत की नहीं होती सुनवाई, शासन मौन
उच्चतर माध्यमिक स्कूल में पदस्थ प्रिंसिपल के कारनामों में कोई कमी नहीं है, कई बार प्रिंसिपल की शिकायत की गई है। यहां तक की जिला शिक्षा अधिकारीयों से भी शिकायत की गई है। इसके बाद छात्रो ने लिखित शिकायत की है। लिखित शिकायत किसी और ने नही बल्कि उसी स्कूल के छात्रो ने की है। उच्चतर माध्यमिक स्कूल की जंहा के छात्रों ने अपने ही प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायत की है कि उनसे मनमाने तरीके से फीस लिया जाता है। वहीं स्कूल में पढ़ाई के जगह काम करवाया जाता है। एक छात्र ने बताया कि उनसे बाथरूम की सफाई भी कराई जाती है।