रायपुर। मोबाईल बिक्री करने के नाम पर लाखों रूपये की ठगी करने वाले म.प्र. के 02 अंतर्राज्यीय आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. मिली जानकारी के मुताबिक कुनाल बजाज ने थाना सिविल लाईन में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह कटोरा तालाब रायपुर में रहता है तथा प्रार्थी की नेताजी चैक शाॅप नं. 03 महाराष्ट्र बैंक के पास कनेक्शन मोबाईल शाॅप के नाम से मोबाईल दुकान है। दिनांक 20.02.2021 को प्रार्थी के व्हाट्सएप नंबर पर मोबाईल नंबर 7247062284 से मैसेज आया था, जिसमें मोबाईल की माॅडल और कीमते भेजी गई थी।
मोबाईल के धारक ने अपना नाम मनीष होना बताया और दुकान का नाम श्री प्राईम मोबाईल पता दवा बाजार, हमीदिया रोड, भोपाल (म.प्र.) बताया उसके पश्चात् प्रार्थी ने उक्त मोबाईल के धारक को 4,57,400/- रूपयों का मोबाईल क्रय करने का आर्डर दिया। जिस पर वह बोला माल डिस्पैच कर देता हूं, डिस्पैच होने के बाद आप पेमेन्ट करवा दीजिए एवं माल डिस्पैच करने का मैसेज भेजा एवं बस का नंबर दिया और सुबह 11ः00 बजे पंडरी रायपुर बस स्टाप से कलेक्ट करने बोला। माल डिस्पैच के लिए उसने कहा की एक एकाउण्ट नं दे रहा हूं, उसमें पेमेन्ट कर दीजिए तथा इसी व्यक्ति का फोन दूसरे नंबर 9171896003 से आया जिसमें उसने बात किया और कहा कि मुझे पेमेन्ट किसी पार्टी को कटनी में देना है तो आप वहां से किसी को पेमेन्ट दिलवा सकते है क्या? चूंकि प्रार्थी के जीजाजी सोनू सोमवानी, वहां रहते है उनके पास प्रार्थी के कुछ रूपये रखे हुए थे। तो प्रार्थी ने उस व्यक्ति से कहा कि मेरे जीजाजी कटनी में आपको पेमेन्ट करवा देंगे। आप किसी का नंबर दे दीजिए वो उनसे बात कर पेमेन्ट ले लेंगे।
उसके बाद उसने मनोज भाई के नाम का मोबाईल नंबर 7415817993 दिया। जिसमें उसने प्रार्थी के जीजाजी को फोन किया और पेमेन्ट 21.02.2021 को सुबह 7.30 से 8.00 बजे के बीच कटनी रेलवे स्टेशन के पार्किंग में पैसा ले लिया। जो कि 3,50,000/- रूपये का पेमेन्ट था। पेमेन्ट कंफर्म होने पर बाकी का पेमेन्ट करने के लिए फोन आया था। उसने कहा कि मैं आपको 02 बैंक एकाउण्ट नंबर दे रहा हूं जिसमें 50-50 हजार रूपये बाकी रकम डाल दीजिए तथा 02 बैंक एकाउण्ट नंबर दिया। जिस पर प्रार्थी ने दिनांक 20.02.2021 को एक खाता में 49,000/- रूपये जमा किया। तत्पश्चात प्रार्थी सुबह 09.30 बजे उक्त व्यक्ति को फोन किया तो मोबाईल बंद आने पर व्हाट्सएप पर मैसेज किया एवं प्रार्थी द्वारा लगातार फोन करने पर उक्त दोनों मोबाईल बंद ही बता रहा था। सुबह 10.30 बजे उसका फोन आया तो प्रार्थी ने कहा बस वाले का नंबर दे दीजिए मैं स्टाक रिसीव कर लूंगा जिस पर उसने कहा वह व्हाट्सएप में भेज रहा है। फिर प्रार्थी द्वारा दोबारा मैसेज करने पर की भेजे नहीं नंबर तो उसने कहा रास्ते में हूं शाॅप जाकर भेजूंगा। इसके बाद उन सभी का मोबाईल नंबर लगातार स्विच ऑफ़ ही बता रहा है। जिस पर प्रार्थी को स्वयं के साथ ठगी होने का अहसास हुआ। जिस पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध थाना सिविल लाईन में अपराध क्रमांक 92/21 धारा 420, 34 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।