दंतेवाड़ा। आज अंतराष्ट्रीय दिवस के विशेष मौके पर जहां देश और दुनिया की नामजद महिलाओं की चर्चा हो रही है, ऐसे में बीहड़ों की खाक जान, रोज अपनी जान को आफत में डालने वाली बेटियों का हौसला सामने आया है। एक ऐसा हौसला, जिसकी तारीफों के लिए कलमवीरों के पास शब्द भी कम पड़ जाएंगे। और यह हकीकत छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा की है, जो दंतेश्वरी मैया के कदमों से अतिपावन है।
बस्तर के इस जिले दंतेवाड़ा के जंगलों में माओवादियों ने कब्जा जमाया हुआ है और आए दिन सुरक्षा बल के जवानों को अपना निशाना बनाते रहते हैं। वहीं ग्रामीण अंचलों में अपनी क्रुरता की निशानी के तौर पर स्मारक बनाकर खौफ को जिंदा रखने का प्रयास करते हैं। दंतेवाड़ा जिले के ग्राम जबेली में सर्चिंग के दौरान महिला कमांडो और डीआरजी के जवानों ने नक्सलियों की क्रुरता की निशानी को जमींदोज कर दिया है।
दंतेवाड़ा के पुलिस कप्तान डाॅ. अभिषेक पल्लव ने आज महिला कमांडो के हौसले की पुष्टि करते हुए बताया कि ग्राम जबेली में माओवादियों ने स्मारक बना रखा था, जिस पर महिला कमांडो की टुकड़ी ने जमकर गुस्सा निकाला और कुछ ही पल में उसे जमींदोज कर दिया।