देश और दुनिया में महिलाओं के हौसले, उनकी सहनशीलता और सजगता को लेकर, उनके हौसले को नमन किया जा रहा है, तो दूसरी तरफ उनके साथ रोज होने वाले अत्याचार इस समाज के लिए किसी कोढ़ से कम नहीं है। इसका ताजा उदाहरण राजस्थान के खेड़ली से सामने आया है, जिसने वर्दी को शर्मसार कर दिया है। यहां एक महिला की अस्मत किसी और ने नहीं बल्कि पुलिस उपनिरीक्षक ने ही लूट ली है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक एक 26 वर्षीय महिला अपने पति के खिलाफ प्रताड़ना की शिकायत दर्ज कराने के लिए खेड़ली थाना पहुंची थी। उसकी शिकायत पर ध्यान देने की बजाय ड्यूटी पर उपस्थित 54 वर्षीय अधेड़ एसआई की नीयत डोल गई और उसने थाना के भीतर ही उसकी अस्मत लूट ली। इसके बाद जब पीड़िता शिकायत के लिए पहुंची तो थाना पुलिस दिनभर मामला छिपाती रही। पर जब उच्चाधिकारियों तक खबर पहुंची तो मामला सामने आया।
मामला खुलने के बाद जयपुर रेंज आईजी हवासिंह घुमरिया और अलवर एसपी थाना पहुंचे और देर रात आरोपी एसआई भरत सिंह जादौन को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोप है कि जादौन ने महिला को राहत दिलाने तथा पति के साथ काउंसिलिंग कराने का झांसा देकर थाना में बने अपने कमरे में तीन दिन तक दुष्कर्म किया। आईजी ने बताया कि पीड़िता का मेडिकल करा लिया गया है। अलवर एसपी तेजस्विनी गौतम ने बताया-एसआई भरत सिंह के खिलाफ धारा 376 के तहत दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है।
वही पीड़ित महिला ने पति के खिलाफ परिवाद देते हुए इसमें लिखा कि उसका पति उसे तलाक की धमकी देता है। लेकिन, वह ऐसा नहीं करना चाहती। एसआई ने उसे झांसा दिया कि वह उसके और पति के बीच काउंसिलिंग कराने के साथ परिवाद में राहत दिला देगा। एसआई महिला को थाने परिसर में बने अपने आवासीय रूम में ले गया। जहां महिला के साथ दुष्कर्म किया।
इसके बाद 3 और 4 मार्च को भी बुलाया और रेप किया। रविवार शाम पीड़िता शिकायत दर्ज कराने गई, तब भी एसआई ने उससे छेड़छाड़ करने के साथ कमरे में ले जाकर दुष्कर्म का प्रयास किया। अलवर में पिछले 7 दिन में ये दूसरी बार है पुलिसकर्मी पर दुष्कर्म का आरोप लगा है। इससे पहले एक महिला ने 2 मार्च को अरावली विहार थाने के एएसआई रामजीत गुर्जर पर रेप का आरोप लगाया था।