रायपुर। अतिथि शिक्षक यानि विद्यामितानों को नौकरी से हटाए जाने की खबर पर विद्यामितानों के लिए राहत भरी खबर है. कैबिनेट मंत्री रविंद्र चौबे ने बयान पर कहा है की किसी भी विद्यामितानों को नौकरी से नहीं निकाला जाएगा। वे नियमित शिक्षकों के साथ ही नौकरी करते रहेंगे। स्कूल खुलने पर उनकी सेवाएं बहाल हो जाएंगी, जबकि अतिथि शिक्षकों ने कहा है कि उन्हें इस संबंध में कोई आदेश नहीं दिया गया है।
उनका यह भी कहना है कि सरकार उनके साथ लगातार छलावा करती है। विपक्ष में थी तो पार्टी के तरफ से नियमितिकरण का वादा किया गया था। जब कांग्रेस सत्ता में आई तो पहले 300 लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया। अब 1 हजार लोगों की जगह नियमित शिक्षकों को पदस्थ कर हमें नौकरी से निकाला जा रहा है।
इसके अलावा बचे 12 सौ शिक्षकों को पदोन्नति के बाद हटा दिया जाएगा। उनका यह भी कहना है कि सरकार को नौकरी से निकालना ही था तो कोरोना काल के बाद 15 दिनों के लिए नियुक्ति ही क्यों दी थी।
बता दें कि 2016-17 से प्रदेश में विद्यामितान विशेषज्ञ शिक्षक के रुप में ऐसे स्कूलों में पढ़ा रहे थे, जहां गणित, विज्ञान, अंग्रेजी के शिक्षक नहीं थे। कांग्रेस ने विपक्ष में रहने के दौरान इन 25 सौ शिक्षकों को नियमित करने का वादा किया था। लेकिन अभी इन्हें नौकरी से निकाला जा रहा है।