रायपुर। विधानसभा बजट सत्र का आज 12 वां दिन है। आज प्रश्नकाल में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने जनघोषणा पत्र को लेकर सवाल उठाया। कौशिक ने पूछा कि इन दो सालों के भीतर कितनी घोषणाओं को सरकार पूरा कर चुकी है। प्रदेश से मंडी शुल्क कब समाप्त होगा और शराबबंदी कब लागू किया जाएगा।
इसके जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सदन में गरजते हुए जवाब दिया कि उनकी सरकार को सत्ता की बागडोर संभाले केवल दो साल ही बीते हैं। इतने कम समय के बाद भी सरकार ने जनघोषणाओं का पूरा ख्याल रखा है। मुख्यमंत्री ने कर्ज माफी, बिजली बिल हाॅफ और बस्तर में आदिवासियों की जमीन वापसी सहित आधा दर्जन से ज्यादा मामले सदन में गिनाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता ने उन्हें 5 साल का जनादेश दिया है। जो बची हुई घोषणाएं हैं, उनकी सरकार उसे भी समय रहते पूरा कर लेगी, इसके लिए विपक्ष को परेशान होने की जरुरत नहीं है। वहीं मुख्यमंत्री ने सदन के भीतर विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि राज्य सरकार का 18 हजार करोड़ केंद्र सरकार ने रोक रखा है, जिससे प्रदेश का विकास बाधित हो रहा है। पहले विपक्ष को चाहिए कि केंद्र सरकार से उस राशि को राज्य के सरकारी खजाने में डलवाए।
मुख्यमंत्री के इस तंज से बिफरे भाजपा सदस्यों ने सदन के भीतर एक बार फिर जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच सत्ता और विपक्ष के सदस्यों के बीच जोरदार जुबानी जंग चलती रही। आखिरकार मुख्यमंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर भाजपा सदस्यों ने वाॅक आउट कर दिया।