पति, पत्नी और वो… जाने इस त्रिकोणीय रिश्तों में कितने परिवार बर्बाद हो गए, तो कितने घर बिखर चुके हैं। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इस तरह के त्रिकोणीय रिश्ते आज भी बन रहे हैं, घर टूट रहे हैं। ऐसा ही एक मामला इंदौर से सामने आया है, जहां पर रिश्तों की हकीकत पर पर्दा डालकर कुछ और ही रिश्ते पल्लवित हो रहे थे। जिसका खुलासा हुआ, तो एक युवती की जान चली गई और पति-पत्नी सलाखों के पीछे पहुंच गए।
बता दें कि इंदौर में कार्यरत फाइनेंस कंपनी की मैनेजर रानी गढ़वाल (32) निवासी खेड़ापति हनुमान क्षेत्र रेलवे कॉलोनी खंडवा की हत्या का खरगोन जिले की बड़वाह थाना पुलिस ने चैथे दिन गुरुवार शाम खुलासा कर दिया। रानी हत्याकांड में उसका दोस्त एकलव्य पिता पूनमचंद मालवीय निवासी लाल चैकी खंडवा हाल मुकाम बड़वाह व उसकी पत्नी पिंकी मालवीय को गिरफ्तार किया है। एएसपी जितेन्द्र सिंह पंवार, एसडीओपी मानसिंह ठाकुर और थानेदार संजय द्विवेदी ने मामले का खुलासा किया।
ऐसी है पूरी हकीकत, जो आया सामने
रानी गायकवाड़ और एकलव्य मालवीय की आठ साल से दोस्ती थी। दोनों ही खंडवा में एक फाइनेंस कंपनी में सहकर्मी थी। बाद में प्राइवेट बैंक में भी साथ में काम किया। एकलव्य को रानी राखी बांधती व भैया कहती थी। तीन साल पहले रानी की इंदौर में नौकरी लग गई। इसके बाद एकलव्य ने पिंकी से शादी की। एकलव्य ने रानी का परिचय मुंह बोली बहन के रूप में कराया था। फिलहाल एकलव्य कोई काम धंधा नहीं कर रहा था। बताया जा रहा है कि रानी से ही उधार रुपए लेकर एकलव्य जैसे-तैसे दिन गुजार रहा था। इधर एकलव्य की पत्नी पिंकी को दोनों के बीच चल रहे अवैध संबंध की जानकारी लग गई थी।
5 मार्च को रानी अपने टू व्हीलर वाहन से इंदौर से बड़वाह एकलव्य के घर पहुंची। तब एकलव्य की पत्नी पिंकी इलाज के लिए अपने मायके खंडवा के अहमदपुर गांव आई हुई थी। 6 मार्च को एकलव्य का मोबाइल फोन बंद होने पर पिंकी को संदेह हुआ। उसे यह पता चला कि बड़वाह स्थित उसके घर पर रानी आई हुई है। जानकारी मिलते ही पिंकी अपने पति को बगैर बताए शाम 5 बजे सीधे बड़वाह पहुंची। घर पहुंचते ही रानी दिखाई दी। इतना ही नहीं पिंकी के कपड़े रानी पहने हुई थी। यह देख पिंकी आग बबूला हो गई। उसने रानी से मारपीट शुरू कर दी। तभी एकलव्य भी घर पहुंच गया। उसने पिंकी व रानी को समझाने की कोशिश की, लेकिन दोनों ही नहीं माने।
पिंकी ने रानी का गला दबा दिया। मारपीट के दौरान एकलव्य ने भी पत्नी का साथ दिया। दोनों ने मिलकर दुपट्टे से गला घोंटकर रानी को मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद लाश को ठिकाने लगाने के लिए निर्वस्त्र कर बोरे में भर दिया और रात 8 बजे डेहरिया रोड स्थित नहर में फेंकने के लिए रानी का टू व्हीलर वाहन का इस्तेमाल किया। लाश को नहर में फेंकने के दौरान लुढ़ककर झाड़ियों में फंस गई। लाश को छोड़ दोनों आरोपी मौके से भाग गए। दो दिन तक लाश को किसी ने नहीं देखा। इस दौरान 8 मार्च की सुबह 9.30 बजे झाड़ियों में पड़ी लाश को नाविक सुनील केवट ने देखा और बड़वाह पुलिस थाने में सूचना दी।
आरोपियों तक ऐसे पहुंची पुलिस
सुबह 9.30 बजे लाश मिलते ही बड़वाह पुलिस ने कुछ देर बाद फोटो सोशल मीडिया पर वायरल किए। शाम 4 बजे रानी की एक रिश्तेदार बहन ने हाथ के रिंग और गले में पहने क्वीन लिखे हुए बिल्ले से शिनाख्त की। जिसके बाद मृतका के मोबाइल की कॉल डिटेल पर पुलिस ने काम शुरू किया। चार संदेहियों को पूछताछ के लिए उठाया। ज्प् संजय द्विवेदी ने टीम को खंडवा, इंदौर रवाना किया। जांच में पता लगा की शुक्रवार सुबह एकलव्य और रानी मिले थे। शाम को एक साथ इंदौर से रवाना हुए। मोबाइल की लोकेशन भी दो दिनों तक एकलव्य के बड़वाह तिलक मार्ग स्थित आवास के आसपास ही मिलने पर परिचितों की जानकारी पर मृतका और एकलव्य के बीच संबंधों की पुष्टि हुई। संदेह होते ही पुलिस ने एकलव्य को पूछताछ के लिए उठा लिया। बाद में उसकी पत्नी को खंडवा से हिरासत में लिया। दोनों से अलग-अलग पूछताछ करने पर आरोपियों ने रानी की हत्या की पूरी कहानी बयां कर दी।
भागने की फिराक में था आरोपी एकलव्य
आरोपी एकलव्य भागने की फिराक में था। उसने पड़ोसियों को अपने भोपाल तबादले की बात बताकर सारा सामान पैक कर लिया था, जबकि पत्नी को खंडवा भेज दिया। जैसे ही एकलव्य ने गाड़ी में सामान लोड करवाया। वैसे ही पुलिस ने उसे धरदबोचा।