मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में एक रेप पीड़िता के द्वारा थाने में एक बेटी को जन्म देने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा कि पीड़िता थाने में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने आई थी। तभी उसे अचानक प्रसव पीड़ा उठी ऐसे में एक महिला कांस्टेबल ने थाने में ही उसकी डिलीवरी कराई। दोनों अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। यह मामला जिले के लावाघोघरी थाने का है।
इसके बाद पीड़िता को जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया है। दिलचस्प बात यह है कि शीतल वाघमारे नाम की महिला कांस्टेबल ने पीड़िता की डिलीवरी कराई है, उन्होंने पुलिस ज्वाइन करने पहले नर्सिंग का कोर्स किया हुआ था। पूरे मामले में एक और बात सामने आई है कि, बेटी को जन्म देने के बाद महिला का कहना है कि यदि आरोपी उससे शादी कर लेता है तो वह उसके खिलाफ केस दर्ज नहीं कराएगी।
जानकारी के अनुसार, पीड़िता ने बताया कि उसके गाँव का ही एक युवक शादी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। इस दौरान वह गभवती हो गई तो उसने युवक से शादी की बात की। ऐसे में युवक अपने वादे से मुकर गया। इसी के बाद पीड़िता थाने में शिकायत दर्ज करने पहुँची थी। वहीं पीड़िता के साथ शिकायत दर्ज करने पहुंचे ग्रामीणों ने पुलिस ने आरोप लगाया कि वह आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट नहीं दर्ज कर रही थी।
इस सन्दर्भ में थाना प्रभारी ने बताया कि युवती शिकायत दर्ज कराने आई थी। इस पर आरोपी युवक से फोन पर बातचीत की गई। उसने दूसरे दिन आने की बात कही। इसके बाद वह एक केस के सिलसिले में बाहर चले गए। लौटकर आए तो युवती की डिलीवरी हो चुकी थी। थाने की कॉन्स्टेबल शीतल वाघमारे ने बताया कि उन्होंने पुलिस में आने से पहले नर्सिंग का कोर्स किया था। वहीं, दूसरी तरफ आरोपी के परिजन भी पीड़िता को देखने जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा कि,शादी करना लड़के का फैसला है, वह जो चाहे कर सकता है। हालाँकि पुलिस सूत्रों का इस मामले में कहना है कि आरोपी शादी करने को तैयार है।