नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ में साल 2018 के विधानसभा चुनाव के नतीजों ने हर किसी को चौंकाया था। लगातार तीन बार जादुई आंकड़ों के करीब पहुंचने की कोशिश में कांग्रेस विफल साबित हुई, लेकिन संगठन की बागडोर भूपेश बघेल के हाथों में आते ही छग कांग्रेस जैसे तरुणाई की अंगड़ाई लेने लगा और जब नतीजा आया, तो तीन बार तक सत्ता के शिखर में बैठी भाजपा के पास मानो धरातल भी नहीं बचा था। स्वाभाविक तौर पर श्रेय तात्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और अब के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सिर बंधना लाजिमी है। हालांकि वे अकेले इस श्रेय को कभी नहीं लेते, बल्कि पूरी पार्टी की मेहनत का रंग बताते हैं।
पार्टी आलाकमान ने उनपर तब जो भरोसा जताया था, आज वह और पुख्ता हो गया है, जिसकी वजह से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अब राहुल बिग्रेड के उन 6 सबसे ज्यादा भरोसेमंद शख्सियत में शुमार हो चुके हैं, जिस पर ना केवल राहुल गांधी, बल्कि सोनिया गांधी और प्रियंका वाड्रा को भी पूरा भरोसा है। देश की एक बहुप्रतिष्ठित और चर्चित समाचार पत्रिका के ताजा अंक का मुखपृष्ठ इस बार कांग्रेस आलाकमान पर है। इस मैगजीन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के सबसे करीबी जो छह नेता हैं, उनमें से एक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी हैं। पांच अन्य शख्सियत में केसी वेणुगोपाल, राजीव सातव, अजय माकन, रणदीप सिंग सुरजेवाला और जयराम रमेश का नाम शामिल हैं। इन छह नेताओं को ही सोनिया गांधी और प्रियंका का भी करीबी माना जाता है।
कई दिग्गजों को पछाड़ बढ़े कदम
आश्चर्य किंतु सत्य मुहावरे को मुख्यमंत्री बघेल ने चरितार्थ कर दिया है। छत्तीसगढ़ के कई दिग्गजों को तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पहले ही पीछे छोड़ दिया था। अब देश के अन्य राज्यों के दिग्गजों से भी वे कई कदम आगे बढ़ चुके हैं। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह, पुडुचेरी के पूर्व सीएम वी नारायणसामी के अलावा पार्टी के अन्य बड़े नेता सचिन पायलट, पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद, मिलिंद देवड़ा, अशोक तंवर, संजय निरूपम सहित कई नेताओं को पछाड़ते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह मुकाब हासिल किया है। कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों में भी भूपेश बघेल सबसे अव्वल माने जा रहे हैं क्योंकि किसी और मुख्यमंत्री को राहुल ब्रिगेड में जगह नही मिली है।
असम और पश्चिम बंगाल की बागडोर
गांधी परिवार ने सीएम भूपेश बघेल को असम विधानसभा चुनाव में प्रभारी और पश्चिम बंगाल चुनाव में स्टार प्रचारक बनाकर इस बात पर मुहर लगाई है कि फिलहाल वे आलाकमान के सबसे चहेते और भरोसेमंद मुख्यमंत्री हैं। अगर इन दोनों राज्यों में कांग्रेस अपनी सरकार बना लेती है या स्थिति मजबूत करती है तो बघेल का कद कई गुना बढ़ जाएगा। बहरहाल राहुल और सोनिया गांधी के गुड बुक में सीएम बघेल का नाम दर्ज हो चुका है, जिसे स्थाई बनाए रखना फिलहाल एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि प्रदेश में सत्ता की बागड़ोर को आने वाले ढ़ाई साल तक संभालने के साथ ही दूसरी बार सरकार लाने की भी जिम्मेदारी का निर्वहन उन्हें करना पड़ेगा।