देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर संदिग्ध हालत में मिली एसयूवी, उसके बाद एसयूवी मालिक मनसुख हिरेन की संदिग्ध मौत का मामला ठंडा नहीं पड़ा है। दूसरी तरफ अंबानी तक पहुंचे मैसेज के तार तिहाड़ जेल में कैद आईएम सदस्य के मोबाइल से जुड़ गया है, जिसकी वजह से पूरा मामला और भी ज्यादा संवदेनशील हो गया है। इस मामले में विवादित हुए असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वझे का एक व्हाट्सप स्टेटस सामने आया है, जिसने हर किसी को चौंका दिया है। हालांकि अब स्टेटस को हटा दिया गया है। कहा जा रहा है कि सीनियर अधिकारियों ने एपीआई सचिन वझे को समझाया, जिसके बाद उन्होंने स्टेटस हटा दिया।
एपीआई पर मनसुख की मौत का आरोप
उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर से बरामद हुई स्कॉर्पियो कार के मालिक मनसुख हिरेन की संदिग्ध मौत वास्तव में चौंकाने वाला था। क्योंकि मनसुख ना केवल तैराक था, बल्कि तैराकी प्रशिक्षक भी था, बावजूद उसके उसकी मौत पानी वाली जगह पर हुई है। वहीं उसके मुंह से रूमाल का निकलना हत्या की साजिश की ओर इशारा करता है, जिसका आरोप एपीआई वझे पर लगा है। इस वजह से शुक्रवार को उनका ट्रांसफर क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट से नागरिक सुविधा केंद्र में कर दिया गया है।
क्या था व्हाट्सप स्टेटस
वायरल स्टेटस में वझे ने लिखा, ‘3 मार्च 2004 को, सीआईडी में मेरे सहयोगियों ने मुझे झूठे आरोप में गिरफ्तार किया था। वह मामला अभी भी क्लियर नहीं हुआ है, लेकिन अब इतिहास खुद को दोहरा रहा है। मेरे सहकर्मी अब मेरे लिए फिर से एक जाल बिछा रहे हैं। तब और अब की स्थिति में थोड़ा अंतर है। उस समय मेरे पास 17 साल का धैर्य, आशा, जीवन और सेवा थी, लेकिन अब मेरे पास न तो 17 साल का जीवन है और न ही सेवा। बचने की कोई उम्मीद नहीं। यह दुनिया को अलविदा कहने का समय है।’