जयपुर के बरकत नगर में पीजी हॉस्टल में रहने वाली एक छात्रा ने शनिवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के पीछे कारण पढ़ाई को लेकर तनाव होना बताया जा रहा है। मृतका के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें उसने मरने से पहले माता-पिता के सपने पूरा नहीं कर पाने का जिक्र किया है। पुलिस ने मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए एसएमएस अस्पताल मोर्चरी में रखवाया है।
बजाज नगर थाने के पुलिस उप निरीक्षक प्रकाश राम विश्नोई ने बताया कि मृतका का नाम अनीशा मीणा (19) था। वह दौसा जिले के लालसोट की रहने वाली थी। पिता मुकेश मीणा सरकारी अध्यापक हैं और धौलपुर में पोस्टेड हैं। छात्रा कुछ समय पहले ही जयपुर आई थी। यहां महारानी कॉलेज में बीएससी प्रथम वर्ष में प्रवेश लिया था। बरकत नगर में एक पीजी में रह रही थी। उसके साथ एक रूम पार्टनर भी रहती थी।
कमरा बंद करके लगाई फांसी
दोपहर को रूम पार्टनर छात्रा नहाने के लिए बाथरूम में गई, तभी पीछे से अनीशा ने चुन्नी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। करीब 15 मिनट बाद जब रूम पार्टनर नहाकर लौटी तो कमरा अंदर से बंद मिला। काफी देर खटखटाने के बाद भी जब अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई तो उसने आसपास के लोगों को बुलाया। लोगों ने खिड़की खोलकर झांका तो अनिशा फंदे से लटकी दिखाई दी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर आकर गेट तोड़ा और युवती को फंदे से उतारकर अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पढ़ाई को लेकर तनाव में थी
पुलिस ने बताया कि छात्रा ने फंदे पर लटकने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा। इसमें उसने पढ़ाई और अपने भविष्य के सपनों का जिक्र किया। युवती ने नोट में परिजनों का जिक्र करते हुए लिखा है कि मैं आपके सपनों को पूरा नहीं कर पा रही हूं इसके लिए मुझे माफ करना। जिंदगी बहुत बड़ी है। उसने आगे लिखा कि जो मैं सपना पूरा नहीं कर पाई वह छोटा भाई पूरा करेगा।