बेमेतरा:- ज़िले के बेरला थाना सम्बद्ध कन्डरका चौकी क्षेत्र में इन दिनों खुलेआम गांजा के तस्करी व कारोबार का मामला प्रकाश में आ रहा है।जो शासन-प्रशासन के आदेश के विपरीत होने पर चौकी प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह पैदा कर रहा है।खुफिया सूत्रों से जानकारी मिल रही है, कि लंबे अरसे से चौकी क्षेत्र के ग्राम उफरा में प्रतिबंधित गांजा बेचने का अवैध कारोबार किया जा रहा है।जिसे चौकी प्रशासन से लगातार कार्यवाही न होने से कई सवाल उठने लगे है।आम नागरिकों को मानना है कि जिम्मेदार अफसर इस गैरकानूनी प्रतिबंधित कार्य मे गांजा तस्करों को पकड़ने में नाकाम है।उनकी नाकामी ही आमजनों के लिए संरक्षण नज़र आ रही है।बस औपचारिक कार्यवाही कर खानापूर्ति जिम्मेदार वर्ग द्वारा होने से पूरे क्षेत्र में यह कारोबार बड़े स्तर पर फैलने लगा है,जिससे आम लोगो मे शासन-प्रशासन के प्रति नाराजगी पनपने लगी है।क्योंकि लगातार चौकी क्षेत्र में गांजे की सप्लाई व तस्करी आसपास के कई दर्जन गाँवो को चपेट में लेकर वहां के युवाओं व आम लोगो को संलिप्त कराकर उनके भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है।जिसमे पुलिस प्रशासन की चुप्पी कई तरह के सवालों को जन्म दे रहा है।ज़िला पुलिस प्रशासन को चाहिए कि चौकी क्षेत्र के उफरा गाँव मे लम्बे अरसे से लगातार कथित संरक्षण में चले आ रहे प्रतिबंधित गांजे के कारोबार पर पूरी तरह अंकुश व लगाम लगाने के उद्देश्य से कार्यवाही करे।ताकी निकट भविष्य में यह क्षेत्र गांजे के अवैध कारोबार व तस्करी का गढ़ या हॉटस्पॉट केंद्र न बने।औपचारिक कार्यवाही के कारण लम्बे अरसे से चले आ रहा यह कारोबार अभीतक खुलेआम चल रहा है,जिससे आम नागरिकों को काफी परेशानी पैदा हो रही है।जानकारी के मुताबिक गाँव मे गांजे के लिए सुबह से शाम गांजे के कोचियों व ग्राहकों की भीड़ देखी जाती है,जो गाँव की छवि धूमिल कर रही है।वही क्षेत्र में नशाखोरी में पनपने लगा है।आसपास के क्षेत्र में अवैध शराब कारोबार के भी खूब चर्चे है,जिस पर लगाम लगवाना ज़िला पुलिस प्रशासन के बड़ी चुनौती है।चंद पैसा कमाने व जेब गर्म रखने की जिम्मेदार वर्ग द्वारा संरक्षण की भूमिका शासन-प्रशासन के दिशानिर्देश के विपरीत होने के साथ आम नागरिकों व युवा पीढ़ी के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।