रायपुर। रायपुर सहित प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद तेजी से बढ़ने लगा है। ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक ही बीते सप्ताहभर के भीतर नए मरीजों की संख्या दोगुने तेजी से बढ़ रही है। इस बदले हुए हालात और बढ़ती हुई मरीजों की संख्या ने स्वास्थ्य महकमे को एक बार फिर चिंता में डाल दिया है। बमुश्किल कोरोना संक्रमितों की संख्या नियंत्रित हुई थी, लेकिन लापरवाही का दुष्परिणाम फिर से भयावह रुप दिखाने लगा है।
कोविड-19 को लेकर राजधानी से लेकर प्रदेश के निजी अस्पतालों में भले ही गिनती के मरीज हैं, लेकिन सरकारी कोविड सेंटरों में मरीजों की तादाद में लगातार इजाफा अच्छे संकेत तो नहीं हो सकते। प्रदेश के एम्स अस्पताल और डाॅ. अंबेडकर अस्पताल के प्रमुखों के मुताबिक इस सीजन में चिंता का विषय सांस लेने में गंभीर तकलीफ है, जिसकी वजह से ज्यादातर मरीजों को आईसीयू और वेंटीलेटर की सुविधा देनी पड़ रही है, लेकिन बढ़ते तादाद को देखते हुए सभी को आईसीसीयू की सुविधा नहीं दी जा सकती।
डाॅ. अंबेडकर अस्पताल में बीते सप्ताह भर के आंकड़ों को देखें, तो आईसीयू में संख्या 8 से 18 पहुंच गया है, वहीं जनरल वार्ड में 17 मरीज बीते सप्ताह भर्ती थे, जो बढ़कर अब 35 हो गए हैं। ठीक इसी तरह लालपुर केयर सेंटर में दो सप्ताह के भीतर सक्रिय मरीजों की संख्या 4 से बढ़कर 35 हो गई, जिसमें से 20 मरीज गंभीर स्थिति में हैं।
पूरा परिवार आ रहा चपेट में
कोविड-19 को मजाक में लेना कितनी बड़ी मुसीबत में डाल सकता है, शायद लोगों को अभी तक इसका अंदाजा नहीं हो पाया है। डाॅक्टरों के मुताबिक फरवरी से पहले तक परिवार के किसी एक या दो सदस्यों को ही दिक्कत आ रही थी, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में देखा जा रहा है कि घर के किसी एक सदस्य के पाॅजिटिव होते ही पूरा परिवार संक्रमण की चपेट में आ रहा है। इसका एक उदाहरण न्यू राजेन्द्र नगर में आया है, जहां एक भाजपा नेता के परिवार के सभी 9 सदस्यों को पाॅजिटिव पाया गया है। इस तरह के मामले अस्पताल में ज्यादा देखे जा रहे हैं।