छत्तीसगढ़ में क्या युवा तो, क्या बुजुर्ग, क्या बच्चे तो क्या महिलाएं सभी पर शराब का नशा सिर चढ़कर बोल रहा है। आज अमीर-गरीब, हर वर्ग के लोग शराब के शौकीन हो गए हैं। उस पर ऑनलाइन गेमिंग नीम चढ़े करेला की तर्ज पर काम कर रहा है। इस ऑनलाइन गेमिंग के लिए बच्चे कर्ज लेने में भी नहीं हिचकते। लेकिन इसके बाद क्या होगा, उन्हें अंदाजा नहीं होता। नशा, ऑनलाइन गेमिंग और कर्ज की वजह से हत्या जैसा संगीन जुर्म भी हो रहा है, जिसका ताजा उदाहरण छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से सामने आया है।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में ऑनलाइन गेमिंग के लिए उधार ली गई रकम की चक्कर में 17 साल के एक छात्र की उसके ही दोस्त ने हत्या कर दी। छात्र का शव 4 दिन बाद रविवार देर रात गांव से करीब 3 किमी दूर जंगल में मिला है। आशंका जताई जा रही है कि पत्थर से कुचलकर छात्र की हत्या की गई। मामला सारंगढ़ के पास कोसीर थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, उच्चभिट्टी निवासी लक्षेंद्र खूंटे (17) पुत्र जनक राम 9वीं कक्षा में पढ़ता था। उसके माता-पिता जम्मू में मजदूरी करते हैं। वह गांव में अपने दादा और छोटे भाई के साथ रहता था। लक्षेंद्र 11 मार्च की दोपहर करीब 1.30 बजे खाना खाने के बाद घर से निकला और फिर लापता हो गया था। पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की तो पता चला कि गांव के ही उसके दोस्त चमन खूंटे (25) के साथ उसे आखिरी बार देखा गया था।
नशे में बढ़ा विवाद
इस पर पुलिस ने चमन को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि लक्षेंद्र ने उससे ऑनलाइन गेमिंग के लिए रुपए उधार लिए थे। 11 मार्च को दोनों साथ में निकले और फिर उन्होंने शराब पी। नशे की हालत में दोनों के बीच रुपयों को लेकर विवाद हो गया। आरोप है कि इसके बाद चमन ने लक्षेंद्र की हत्या कर दी। चमन की निशानदेही पर पुलिस ने देर रात करीब 12 बजे शव बरामद किया है।
फिरौती का मैसेज भेज उलझाया
छात्र के गायब होने के अगले दिन 12 मार्च को उसके माता-पिता के पास लक्षेंद्र के मोबाइल से उसके अपहरण का मैसेज भेजा गया। इसमें 5 लाख की फिरौती मांगी। यही मैसेज चमन ने अपने मोबाइल भी भेजा और उसे लेकर गांव में परिजनों के पास पहुंचा। दोनों जगह मैसेज पहुंचने पर परिजन पुलिस के पास पहुंचे तो उन्हें लगा कि छात्र अपने दोस्तों के साथ मिलकर मजाक कर रहा था। तब भी पुलिस ने चमन से पूछताछ की, लेकिन उसे छोड़ दिया था।
दो दिन बार सक्रिय हुई पुलिस
इसके बाद भी छात्र का पता नहीं था और फिरौती की रकम के लिए फिर मैसेज भेजा गया। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और पूरे गांव को सील कर दिया गया। कोसीर थाने के साथ ही सारंगढ़ और कनकबीरा थानों से भी पुलिस अफसर गांव पहुंच गए। आरोपी चमन से सख्ती से पूछताछ की गई तो हत्या का खुलासा हुआ। यह नहीं पता चल सका है कि कितनी रकम उधार ली गई। हत्या में अन्य लोगों के भी शामिल होने का अंदेशा जताया जा रहा है।