रेत का अवैध उत्खनन करने वाले रेत माफियाओं के हौसले बुलंद हैं । रेत माफिया इतना सक्रिय है कि इनके लिए कानून के रखवाले भी आम आदमी है। ताजा मामला मेवदा गांव का है। जहां रेत माफिया के ट्रैक्टर ने गलेथा गांव के युवक को कुचल दिया । रेत से भारे ट्रैक्टर ट्रॉली को पकड़ने बागचीनी, सिविल लाइन ,देवगढ़ की पुलिस पार्टी गई थी । जहां रेत माफिया ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया जिसमें बागचीनी थाना प्रभारी सहित दो लोग घायल हो गए । रेत माफिया ने पथराव और लाठी-डंडों से पुलिस पर हमला कर दिया और रेत को ट्रैक्टर को छुड़ाने में सफलता हासिल कर ली । रेत माफिया के सामने पुलिस को मुंह की खानी पड़ी ।
कैसे हुई वारदात ?
मुरैना के एमएस रोड पर मोतीपुरा की पुलिया के पास तेज रफ्तार में आ रहे अवैध रेत के ट्रैक्टर ट्रॉली ने गलेथा गांव के बाइक सवार कल्ला सिकरवार को टक्कर मार दी। बाइक को टक्कर मारने के बाद ट्रैक्टर ट्रॉली ने सड़क पर जा रहे एक ई रिक्शा में टक्कर मारी हादसे में बाइक सवार और ई रिक्शा चला रहा युवक घायल हो गए। घायल कल्ला सिकरवार के बड़े भाई रेत के ट्रैक्टर ट्रॉली का पीछा करते हुए सिविल लाइन थाना क्षेत्र के गलेथा गांव में पहुंच गए, जहां रेत माफियाओं ने घेरकर उसकी पिटाई लगा दी। जिसकी शिकायत बागचीनी थाने में हुई और थाना प्रभारी शिव प्रताप कुशवाहा पुलिस टीम को लेकर गलेथा गांव में पहुंचे। पुलिस के पहुंचने से पहले ही रेत माफियाओं ने ट्रॉली से रेत खाली कर दिया, इसके बाद पुलिस खाली ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त कर जैसे ही थाने लाने लगी । वैसे ही तो 50 से 60 लोगों ने पत्थर और लाठियों से पुलिस पर हमला कर दिया। एक पत्थर थाना प्रभारी के सिर में लगा और इसी दौरान एक रेत माफिया ने थाना प्रभारी के पैर में लाठी मार दी। बाद पुलिस को इधर उधर भागकर जान बचानी पड़ी। घायल थाना प्रभारी की जिला अस्पताल में मरहम पट्टी करवाई गई है। रेत माफियाओं के हमले में बागचीनी पुलिस की गाड़ियां भी टूट फूट गई। हैरानी की बात है कि सिविल लाइन थाना क्षेत्र में हुए पुलिस पर हमले पर सिविल लाइन थाने में देर रात तक कोई मामला दर्ज नहीं हुआ थाना प्रभारी विनय यादव का कहना है कि कोई ग्रामीण फरियादी बनकर आएगा तब एफआईआर दर्ज की जाएगी