गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के युवाओं में नशा और बेरोजगारी इस कदर हावी हो चुकी है, कि वे नशे के लिए पैसा नहीं होने पर अपने परिवार वालों को मारने के लिए तैयार हैं। ताजा मामला गरियाबंद जिले का है, यहाँ शहर के सिटी कोतवाली इलाके में एक जवान बेटे ने शराब के लिए पैसे नहीं देने पर अपने पिता को मौत के घाट उतार दिया है। इस कलयुगी बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
सिटी कोतवाली थाना प्रभारी वेदवती दरियो ने बताया कि मंगलवार शाम 6 बजे आरोपी दिनेश यादव 32 वर्षीय निवासी जूनाडीह ने अपने पिता से शराब पीने के लिए पैसे मांग रहा था। पिता सुखराम 52 वर्षीय ने पैसे देने से मना कर दिया, इस बात से नाराज बेटे दिनेश ने अपने पिता से मारपीट करना शुरू कर दिया। आरोपी ने लात घूसों और डंडो से अपने पिता की बेरहमी से पिटाई करके हत्या कर दी।
थाना प्रभारी वेदवती दरियो ने आगे बताया कि इस वारदात में पिता सुखराम ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना तत्काल पुलिस को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने शव का पंचनामा पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने आरोपी बेटे दिनेश यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
इधर, भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा है ये बहुत ही लोमहर्षक घटना है और शराब के लिए पैसे नहीं देने पर पिता की हत्या करना वास्तव में समाज को झकझोर कर देने वाली घटना है। कांग्रेस सरकार ने चुनाव से पहले वादा किया था, प्रदेश के अंदर शराब बंदी करेंगे। पहले तो जब कांग्रेस की सरकार नहीं थी तब एक नियंत्रण में शराब की बिक्री होती थी इन ढाई सालों में उल्टी गंगा बहने लगी है, जो लोग शराब बंदी की बात कहते थे उनके राज में शराब हर घर पहुँचने लगा है।
कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा इस पर कहा कि गरियाबंद में घटित दुर्घटना दुर्भाग्यजनक है, भाजपा जो आरोप लगा रही है उसे अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए और यह बताना चाहिए की बीते 15 साल में रमन सरकार के समय प्रदेश के लाखों लोगों को शराब का आदी बनाया गया। रमन राज में घर घर शराब पहुँचाने का काम भाजपा के लोगों ने किया। अब भयावह परिणाम आने पर घडियाली आंसू बहा रहे हैं। कांग्रेस सरकार शराबबंदी के लिए प्रतिबद्ध है और चरणबद्ध तरीके से शराबबंदी की ओर अग्रसर है।