मांगलिक युवती की शादी नहीं हो रही थी तो पंडित के कहने पर कुंडली का मंगलदोष दूर करने के लिए परिवार ने बेटी की 13 साल के बच्चे के साथ शादी रचा दी। हल्दी-मेहंदी से लेकर शादी की सभी रस्में हुई। बकायदा सुहागरात मनाने का नाटक भी हुआ और फिर उसके बाद युवती सुहागन की चूड़ियां तोड़ विधवा बनी। उसने पति की मौत पर विधवा विलाप किया और घर में शोक सभा भी हुई। करीब 6 दिन में घर के अंदर ही सिर्फ परिवार वालों की मौजूदगी में यह पूरा मामला निपटाया गया। इसके बाद बच्चे को घर भेज दिया गया।
बच्चा घर लौटा तो उसने परिवार वालों को आपबीती बयान की। जिससे उसके परिवार वाले घबरा गए कि कहीं उस पर कोई जादू तो नहीं कर दिया और पुलिस थाना बस्ती बावा खेल पहुंच गए। वहां दूसरे पंडित को बुलाकर बच्चे के परिवार को समझाया गया कि यह सब अंधविश्वास है। उनके बच्चे को कुछ नहीं होगा। जिसके बाद मामला शांत हुआ। मंगलवार देर रात करीब 11 बजे तक पुलिस थाना बस्ती बावा खेल में इसको लेकर मान-मनौव्वल चलती रही।
पहले मटके से की शादी, पंडित बोला-दोष नहीं निकला तो बच्चे से रचाई
बस्ती बावा खेल इलाके की युवती की शादी नहीं हो रही थी। वो पंडित को दिखाने गए तो उसे कहा गया कि उसकी कुंडली में मंगल दोष है। मांगलिक लड़की की शादी तभी सफल होगी, जब उसकी कुंडली से यह दोष निकलेगा। इसके लिए उसकी पहले किसी और से शादी करानी होगी। इसके लिए पंडित ने मटके से शादी के लिए कहा। युवती की मटके से शादी भी हुई लेकिन इसके बावजूद उसकी शादी में अड़चन आती रहीं। वो फिर पंडित के पास गए तो उसने कहा कि अभी मंगल दोष दूर नहीं हुआ है। किसी इंसान से ही शादी करनी होगी।
ट्यूशन पढ़ने आता था गरीब घर का बच्चा, फ्री पढ़ाने की बात कह रखा घर
युवती ट्यूशन पढ़ाती थी। 13 साल का बच्चा भी उसके पास पढ़ने आता था। पंडित के बताए उपाय के मुताबिक उन्हें किसी इंसान से शादी करनी थी, जिसके लिए उन्हें बच्चे से शादी का आइडिया आया। पंडित भी इस सांकेतिक शादी के लिए राजी हो गया। बच्चा गरीब घर का था। यह देख युवती ने बच्चे के परिवार से कहा कि वह बच्चे को फ्री में ट्यूशन पढ़ा देगी, उसे उसके घर ही छोड़ दो। बच्चे के अच्छे भविष्य के लिए परिवार झांसे में आ गया लेकिन युवती की चालाकी नहीं समझ सके। इसके बाद युवती ने बच्चे को पढ़ाने के साथ उससे शादी की तैयारियां भी शुरू कर दी। इस दौरान बच्चे को बाहर नहीं आने-जाने दिया गया। फ्री में ट्यूशन के बदले उससे घर का काम भी कराया गया।
परिवार को लगा, बच्चे पर कोई जादू-टोना किया तो वो भागकर थाने पहुंचे
जब मांगलिक दोष दूर करने के लिए युवती की शादी से लेकर विधवा होने तक का पूरा नाटक खत्म हो गया तो उन्होंने बच्चे को घर भेज दिया। वहां जाकर बच्चे ने जब अपने परिवार को बताया कि उसकी शादी कराई गई तो उन्हें यकीन नहीं हुआ। वो युवती से पूछने पहुंचे तो कोई संतुष्टिजनक जवाब नहीं मिला। इससे वो घबरा गए। उन्हें लगा कि कहीं बच्चे के साथ कोई जादू-टोना तो नहीं कर दिया गया। इसके बाद वो कुछ लोगों को साथ लेकर थाना बस्ती बावा खेल पहुंचे। पुलिस ने तुरंत दूसरे पक्ष को भी बुलाया। उनसे बातचीत करने पर पूरे मामले का भेद खुला। उ
स वक्त फिर दूसरे पंडित को बुलाया गया तो उसने बच्चे के परिवार को समझाया कि ऐसा कुछ नहीं होता, तब जाकर पुलिस की मौजूदगी में मामला निपटाया गया। थाना बस्ती बावा खेल के SHO गगनदीप सिंह सेखों ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि दोनों पक्षों का मंगलवार देर रात समझौता हो गया है। इस वजह से केस दर्ज करने की कार्रवाई नहीं की गई।